लखनऊ : (मानवीय सोच) एलडीए बड़े-बड़े व्यावयायिक भूखंडों को आसान किश्तों पर बेचने की तैयारी कर रहा है। इसके साथ ही 5000 वर्ग मीटर से बड़े भूखंडों को छोटे-छोटे भूखंडों में तब्दील करेगा जिससे वह आसानी से बिक सकें। दरअसल, एलडीए ने जुलाई में शहर के बड़े बिल्डरों को बुलाकर व्यावसायिक भूखंड खरीदने की बात कही थी। तो बिल्डरों ने व्यावसायिक भूखंड न बिकने के तमाम कारण गिनाए , और बेचने के तरीके भी बताए।
एलडीए बिल्डरों की बातें सुनने के बाद व्यावसायिक भूखंडों को आसान किश्तों पर बेचने का प्रस्ताव बनाकर 15 अगस्त के बाद आयोजित होने वाली बोर्ड बैठक में मंजूरी के लिए पेश करेगा। बिल्डरों ने एलडीए के प्रशासनिक अफसरों को सुझाव दिया था, कि 100 करोड़ का भूखंड खरीदते हैं। आवंटन होने के महज डेढ़ माह के बाद ही भूखंड किश्त भरने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है। ऐसे में जिस प्रोजेक्ट के लिए भूखंड को खरीदते उसके शुरू होने में तमाम दिक्कतें आती है।