बिजनौर (मानवीय सोच) उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को बिजनौर में चुनावी रैली को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने अखिलेश यादव और उनकी समाजवादी पार्टी को जमकर निशाने पर लिया. इस दौरान उन्होंने प्रसिद्ध कवि दुष्यंत कुमार की पंक्तियों के जरिये पिछली सपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि नकली समाजवादियों के कारण विकास का पानी ठहरा हुआ था.
पीएम मोदी सोमवार को बिजनौर आकर वोटरों से आमने-सामने रूबरू होने वाले थे. इस साल यूपी में पीएम मोदी की यह पहली फिजिकल रैली होने वाली थी. हालांकि खराब मौसम के कारण उन्हें अपनी यात्रा रद्द करनी पड़ी और उन्होंने बिजनौर की जनसभा को वर्चुअली संबोधित किया.
‘यहां तक आते-आते सूख जाती हैं कईं नदियां’
प्रधानमंत्री ने जन चौपाल की शुरुआत मशहूर कवि दुष्यंत कुमार की लाइनों से की. उन्होंने कहा, ‘मैं अपनी बात की शुरुआत मैं इस क्षेत्र के ही मशहूर कवि दुष्यंत कुमार जी की दो लाइनों से करूंगा. उन्होंने कहा था- यहां तक आते आते सूख जाती हैं कईं नदियां, मुझे मालूम है पानी कहां ठहरा हुआ होगा.’
पीएम मोदी ने इसके बाद पिछली सपा सरकार को घेरते हुए कहा, ‘2017 से पहले यूपी में भी विकास की नदी का पानी ठहरा हुआ था. ये पानी नकली समाजवादियों के परिवार में उनके करीबियों में ठहरा हुआ था. इन लोगों को सामान्य लोगों की प्यास गरीबी की प्यास से कभी मतलब नहीं रहा, सिर्फ अपनी प्यास बुझाते रहे, अपने करीबियों की प्यास बुझाते रहे और अपनी तिजोरियों की प्यास बुझाते रहे.’
प्रधानमंत्री ने कहा कि बस अपना स्वार्थ सोचने वाली यही प्यास विकास की नदी के हर बहाव को सोख लेती है. अपना घर भर लेने की यही प्यास गरीबों को घर नहीं देने देती थी. अपनी जेबें भर लेने की यही प्यास गरीब का राशन चट कर जाती थी. प्रोजेक्ट लटकाकर कमाई करने की इसी प्यास से लालफीताशाही और लेटलतीफी को ताकत मिलती थी.