लखनऊ (मानवीय सोच): उन्नाव में दो महीने से लापता दलित युवती की पूर्व राज्यमंत्री के बेटे ने हत्या कर दी और उसका शव शहर के दोस्तीनगर स्थित दिव्यानंद आश्रम के पीछे सेप्टिक टैंक में कंबल से लपेटकर दफना दिया। गुरुवार दोपहर मामले का खुलासा होने से सनसनी फैल गई। पुलिस ने जेल में बंद आरोपित की निशानदेही पर खुदाई करकर शव बरामद कर लिया।
उन्नाव में सपा सरकार में पूर्व राज्यमंत्री रहे स्व.फतेहबहादुर सिंह के बेटे रजोल सिंह पर दो महीने पहले कांशीराम कॉलोनी की महिला रीता ने बेटी पूजा को गायब करने का आरोप लगाया था। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की पर कोई कार्रवाई नहीं की। इस पर रीता ने 24 जनवरी को लखनऊ में अखिलेश यादव के काफिले के आगे कूदकर जान देने की कोशशि की।
इसके बाद मामले ने तूल पकड़ा तो पुलिस ने आनन-फानन में रजोल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। 04 फरवरी को पुलिस ने रजोल को पीसीआर रिमांड पर लेकर आठ घंटे पूछताछ की तो उसके साथी हरदोई थाना मुबारकपुर के नवा गांव निवासी साथी सूरज के बारे में पता चला। इसके बाद पुलिस ने आरोपित के आश्रम के पीछे प्लॉट स्थित सेप्टिक टैंक के गड्ढे की खुदाई कराई तो होश उड़ गए। गड्ढे से युवती का शव बरामद हुआ।
एसपी दिनेश त्रिवेदी ने बताया कि घटना वाले दिन रजोल ने युवती को झांसा देकर आश्रम के पास बुलाया था। वहां साथियों के साथ मिलकर उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी और कंबल में लपेट कर शव टैंक में औंधे मुंह डालकर दफना दिया। एसपी ने बताया कि मामले में हत्या समेत कई धाराएं बढ़ाई जाएंगी। इस मामले में अन्य जो भी शामिल होंगे उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।