लखनऊ (मानवीय सोच) सीएम योगी ने रविवार को गाजियाबाद में प्रबुद्ध वर्ग को संबोधित करते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर बड़ा हमला किया। सपा के फ्री बिजली देने के वादे पर तंज कसते हुए सीएम योगी ने बिना नाम किसी का नाम लिये कहा कि 2017 के पहले बिजली आती ही नहीं थी। अब कहते हैं कि 300 यूनिट बिजली मुफ्त देंगे। ये लोग तो अंधेरे में रहने के अभ्यस्थ थे, क्योंकि चांदनी रात चोरों को अच्छी नहीं लगती है। बिजली जब आएगी ही नहीं तो फ्री बिजली कहां से देंगे। सीएम योगी ने कहा कि बिजली के नाम पर जनता को बेवकूफ बनाया जा रहा है।
सीएम योगी ने अखिलेश यादव के एक और वादे पर भी हमला किया। पुरानी पेंशन बहाली पर कहा कि जब पेंशन रोकी गई, उनके अब्बाजान ही प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। उसके बाद चार बरस तक प्रदेश में मुख्यमंत्री थे। उन्हें (अखिलेश को) भी पांच साल मुख्यमंत्री बनने का अवसर मिला लेकिन कुछ नहीं किया।
सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों के बारे में उनके पास कोई सोच नहीं थी। न्यू पेंशन स्कीम में एकाउंट ही नहीं खोले गए। 2004 से 2017 तक कोई पैसा नहीं जमा किया गया। हमने सरकार बनाने के बाद सभी कर्मचारियों के एकाउंट खुलवाए और दस हजार बजट देकर कर्मचारियों के एकाउंट में पैसे डालने का काम किया गया। इंप्लाई कंट्रीब्यूशन स्कीम में सरकार की तरफ से शेयर बढ़ाकर दस से 14 प्रतिशत किया गया।
सीएम योगी ने कहा कि कोरोना कालखंड में किसी कर्मचारी के वेतन में कटौती नहीं की गई। जिन लोगों ने विकास नहीं किया माफिया को संरक्षण दिया, पेशेवर अपराधियों के जरिये लूटपाट मचाई, वह लोग कुछ नहीं कर सकते। आज भी अपराधियों को ही टिकट बांट रहे हैं। सीएम योगी ने कैराना और बुलंदशहर में दिये गए टिकट का उदाहरण भी दिया।