लखनऊ : (मानवीय सोच) पूरे देश में रोजाना डेढ़ करोड़ यूनिट ब्लड की जरूरत पड़ती है। इसमें से 20 से 25 लाख यूनिट ब्लड कम पड़ जाता है। इसकी वजह लोगों में जागरुकता का अभाव है। अक्सर देखने में आता है कि परिवार के लोग ही मरीज को ब्लड देने के लिए तैयार नहीं होते हैं। ये उनमे ब्लड डोनेशन को लेकर जागरुकता का न होना दर्शाता है। इसमें सबसे बड़ी कमी हमारी है। इसका फायदा उठाकर रक्तदाता पैसों की डिमांड करता है और ब्लड के साथ कई बीमारियाें को भी देने का काम करता है। वहीं आज एक यूनिट ब्लड से टेक्नोलॉजी का प्रयोग कर कई लोगों की जान बचायी जा सकती है।
ऐसे में हम सभी की जिम्मेदारी है कि लोगों को ब्लड डोनेशन के लिए जागरुक करें ताकि ब्लड की कमी को दूर किया जा सके। ये बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को लखनऊ में आयोजित यूपी चैप्टर आईएसबीटीआई तथा ब्लड ट्रान्सफ्यूजन एण्ड इम्यूनोहिमाटोलॉजी विभाग, किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित कांफ्रेंस ‘ट्रांसकॉन-2023’ के 48वें वार्षिक राष्ट्रीय सम्मेलन में कही।