मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को एकदिवसीय दौरे पर मथुरा पहुंचे। उन्होंने उत्तर प्रदेश ब्रजतीर्थ विकास परिषद की सातवीं बोर्ड बैठक ली। साथ ही जनपद के विकास कार्यों तथा कानून व्यवस्था के बारे में भी जानकारी प्राप्त की। बैठक में ब्रजतीर्थ पथ परियोजना, मथुरा वृन्दावन में गोवर्धन कनेक्ट परियोजना, मथुरा-वृन्दावन रेल बस मार्ग के स्थान पर यातायात के वैकल्पिक साधन विकसित करने तथा यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा मथुरा में राया अर्बन नोड विकसित किये जाने का प्रेजेन्टेशन प्रस्तुत किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया कि जनपद में समग्र विकास की व्यवस्था होनी चाहिए। अधिकारियों की टीम अयोध्या एवं काशी का भ्रमण करे और नये विकास के आयामों को विकसित करें। उन्होंने जनपद के विकास हेतु बेहतर रोड, रेल, रोप वे, वॉटर वे आदि की कनेक्टिविटी बढ़ाने के निर्देश दिये। जनपद में श्रद्धालुओं हेतु पर्याप्त पार्किंग व्यवस्था , अच्छे होटल एवं रेस्टोरेंट होने चाहिए। पीपीटी मॉडल पर समाजसेवियों का सहयोग लेते हुए पौराणिक कुण्डों का जीर्णोद्धार कराना सुनिश्चित करें। यमुना जी के शुद्धिकरण पर कठोर कार्यवाही करें। नाले सीधे यमुना जी में न गिरें। नगर निगम एवं जिला पंचायत कार्यों के लोकार्पण शिला पट्टिका में सांसद एवं विधायकों के नाम अंकित करें।
आईजीआरएस एवं सीएम हेल्प लाइन पर फर्जी निस्तारण न करें, फर्जी निस्तारण करने वालों की जिम्मेदारी तय की जाये। सभी विभाग अपने नोडल अधिकारी नामित करें। मुख्यमंत्री जी ने सख्त निर्देश दिये कि जल जीवन मिशन के अन्तर्गत खुदी हुई सड़कों की मरम्मत ससमय न किये जाने पर फर्म तथा जल जीवन मिशन के अधिकारियों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज करायी जाये। यदि खुदी हुई सडकों के कारण दुर्घटना होती हैं, तो संबंधित फर्म एवं विभाग के विरूद्ध एफआईआर करायें (सुरक्षा के साथ खिलवाड़ नहीं)। जिलाधिकारी ये भी सुनिश्चित करें कि उक्त पाइप लाइन कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान दिया जाये। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिये कि सुरक्षा हेतु पैदल गस्त, पीआरवी एवं मोटर साइकिल से पैट्रोलिंग बढ़ाई जाये।