हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओरबान रूस और यूक्रेन की यात्रा के बाद सोमवार को अचानक चीन पहुंचे और राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की। सरकारी प्रसारणकर्ता सीसीटीवी ने यह जानकारी दी। ओरबान यूक्रेन में शांति समझौते की संभावनाओं पर चर्चा करने के लिए चीन पहुंचे हैं। ओरबान की यह यात्रा पिछले सप्ताह यूक्रेन और रूस की इसी तरह की अघोषित यात्रा के कुछ ही दिनों बाद हो रही है, जहां उन्होंने प्रस्ताव दिया कि यूक्रेन, रूस के साथ तत्काल संघर्ष विराम पर सहमत होने पर विचार करे। यूक्रेन और यूरोपीय संघ ने रूस की यात्रा को लेकर ओरबान की आलोचना की है। ओरबान ने कहा, दोनों युद्धरत देशों से बात करने वाले देशों की संख्या कम होती जा रही है। हंगरी धीरे-धीरे यूरोप में इकलौता ऐसा देश बनकर उभर रहा है, जो हर किसी से बात कर सकता है। हंगरी ने महीने की शुरुआत में यूरोपीय संघ की छह महीने की क्रमिक अध्यक्षता संभाली थी। इस दौरान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने संकेत दिया था कि ओरबान यूरोपीय परिषद के शीर्ष प्रतिनिधि के तौर पर मॉस्को आए थे।