कोलकाता (मानवीय सोच) पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का निजी विमान 3 दिन पहले हादसे का शिकार होने से बच गया. ऐसे में विमान में उड़ान के दौरान ‘गड़बड़ी’ पैदा होने की खबर के बाद ममता बनर्जी ने कहा है कि उनके विमान के सामने एक अन्य विमान आ गया था और पायलट की मुस्तैदी के कारण टक्कर टल गई.
DGCA से रिपोर्ट तलब
बनर्जी के विमान में उड़ान के दौरान दिक्कत पेश आने के बाद पश्चिम बंगाल सरकार ने नागर विमानन निदेशालय (DGCA) से रिपोर्ट तलब की थी. इस घटना में बनर्जी की पीठ और सीने में चोट आई थी. राज्य सरकार ने DGCA से यह भी जानना चाहा है कि बनर्जी के निजी विमान के मार्ग को मंजूरी दी गई थी या नहीं. मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के लिए चुनाव प्रचार करने के बाद राज्य लौट रही थीं, तभी यह घटना हुई.
पीठ व छाती में चोट
उन्होंने विधानसभा में संवाददाताओं से कहा कि अचानक से एक अन्य विमान मेरे विमान के सामने आ गया था. अगर 10 सेकंड तक वही स्थिति रहती, तो दोनों विमान टकरा जाते. पायलट की मुस्तैदी के कारण मैं बच गई. विमान 6 हजार फुट नीचे आ गया था. मुझे पीठ और छाती में चोट आई है और अब भी मुझे दर्द है.
उड़ान के दौरान एयर ट्रबुलेंस
बनर्जी ने यह भी दावा किया कि उनका विमान किसी एयर पॉकेट में नहीं गया था. बनर्जी को ले जा रहे एक चार्टर्ड प्लेन में उड़ान के दौरान संचालन में गतिरोध (टर्बुलेन्स) उत्पन्न हुआ, जिससे विमान अजीब तरीके से हिलने लगा था.
सुरक्षित उतरा प्लेन
पायलट विमान को नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुरक्षित उतारने में कामयाब रहा. मुख्यमंत्री दसॉ फाल्कन 2000 में सवार थीं, जो 10.3 टन वजन का हल्का विमान है, जिसमें दो फ्लाइट अटेंडेंट सहित अधिकतम 19 लोगों को ले जाने की क्षमता है.
वाराणसी से लौट रहीं थी ममता
बता दें कि वाराणसी से कोलकाता जा रही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्र ममता बनर्जी का विमान हादसे का शिकार होने से बच गया था. दरअसल, वाराणसी में चुनाव प्रचार करने के बाद ममता बनर्जी शुक्रवार की दोपहर 2:20 बजे निजी चार्टर्ड विमान से कोलकाता रवाना हुई थीं. कोलकाता हवाई अड्डे पर लैंड करते समय विमान को एयर ट्रबुलेंस का सामना करना पड़ा था.