इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई कंपनी महावितरण की बड़ी कार्रवाई

महाराष्ट्र में महाराष्ट्र राज्य विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड यानी महावितरण की ओर से बड़ी कार्रवाई की गई है। इस दौरान महीने भर बिजली का इस्तेमाल करने के बाद भी नियमित रूप से बिल न भरने वाले उपभोक्ताओं के लिए अस्थाई रूप से सप्लाय बंद कर दिया गया है। बकाया वसूली के लिए नोटिस भी जारी किए गए हैं। यही वजह है कि कोल्हापुर और सांगली के करीब 2342 बिजली उपभोक्ताओं की बिजली गुल कर दी गई है। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बकाया वसूली अभियान को रोक दिया गया था जो कि अब शुरू हो गया है।

बिजली विभाग की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक डोमेस्टिक, कमर्शियल और इंडस्ट्रियल श्रेणियों में कुल 4 लाख 93 हजार 419 उपभोक्ताओं पर 72 करोड़ 24 लाख रुपये बकाया है। इसमें से सांगली जिले में 2 लाख 43 हजार 129 ग्राहकों पर 36 करोड़ 74 लाख बकाया है। वहीं, कोल्हापुर जिले में 2 लाख 50 हजार 290 ग्राहकों पर 36 करोड़ रुपये बकाया है। महावितरण के लिए पैसों की आवक पूरी तरह उपभोक्ताओं द्वारा बिल भरे जाने पर निर्भर है। यही वजह है कि महावितरण ने उपभोक्ताओं से वर्तमान और विलंबित बिजली बिलों का जल्द से जल्द भुगतान करने का निवेदन किया है। 

कोल्हापुर सर्कल में सांगली जिले के जिन 1231 उपभोक्ताओं ने नवंबर में बिजली के बिल का भुगतान विलंबित किया था, उनके 61 लाख रुपये बकाया हैं। वही कोल्हापुर जिले में 1111 उपभोक्ताओं का बिल विलंबित है, जिनका 42 लाख रुपये का पेमेंट बाकी है। महावितरण ने उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे बकाया बिलों का तुरंत भुगतान करके सहयोग करें और बिजली आपूर्ति काटने की कठोर कार्रवाई से बचें।

बिजली उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए महावितरण की वेबसाइट और मोबाइल ऐप के जरिए कभी भी और कहीं से भी आसानी से बिजली बिल का भुगतान कर सकते हैं। साथ ही महावितरण ने 5 हजार रुपये से अधिक रकम वाले कम दबाव वाले ग्राहकों को RTGS या NEFT के माध्यम से भुगतान करने की सुविधा उपलब्ध कराई है। इस संबंध में जुड़ी सभी आवश्यक जानकारी का विवरण ग्राहकों को बिजली बिल पर उपलब्ध है। उपभोक्ता जानकारी वहां से पढ़ सकते हैं।