(मानवीय सोच) कांग्रेस नेता और पंजाब इकाई के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग किये जाने के कुछ दिन बाद बुधवार को कहा कि वह जवाब देने के लिए सही समय का इंतजार कर रहे हैं. गौरतलब है कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश चौधरी ने नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की थी.
सिद्धू ने ट्वीट कर कही ये बात
हालांकि नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने ट्वीट में कही गई बातों का कोई संदर्भ तो नहीं दिया, लेकिन इसे पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजी गई हरीश चौधरी की चिट्ठी पर प्रतिक्रिया के तौर पर देखा जा रहा है. सोनिया को लिखे पत्र में चौधरी ने ‘खुद को पार्टी से बड़ा समझने के लिए’ सिद्धू के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की थी. सिद्धू ने ट्वीट किया, ‘अपने खिलाफ बातें मैं अक्सर खामोशी से सुनता हूं. जवाब देने का हक, मैंने वक्त को दे रखा है.’
सिद्धू पर एक्शन की सिफारिश
सोमवार को सामने आए 23 अप्रैल के पत्र में हरीश चौधरी ने पंजाब कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वारिंग की तरफ से सिद्धू की ‘वर्तमान गतिविधियों’ के बारे में एक विस्तृत नोट भी भेजा था. चौधरी ने पत्र में उल्लेख किया था कि सिद्धू ने पिछली कांग्रेस सरकार की लगातार आलोचना की, जबकि उनसे ऐसा नहीं करने के लिए कहा गया था.
कांग्रेस की अनुशासन समिति में पास है मामला
अब नवजोत सिंह सिद्धू का मामला कांग्रेस के अनुशासन समिति में पास है. पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश चौधरी और प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह बरार ने पार्टी हाईकमान और अनुशासन समिति को चिट्ठी लिखकर कार्रवाई करने की मांग की है. इससे पहले सुनील जाखड़ और केवी थॉमस के खिलाफ पार्टी विरोधी गतिविधि करने के लिए कार्रवाई की गई थी.
चुनाव में हार के बाद सिद्धू को छोड़ना पड़ा था पद
पंजाब विधान सभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी ने नवजोत सिंह सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया था. इसके बाद कांग्रेस हाईकमान ने अमरिंदर सिंह बरार (राजा वारिंग) को पंजाब कांग्रेस का नया अध्यक्ष नियुक्त किया था, जो पंजाब की चरणजीत सिंह चन्नी सरकार में ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर रह चुके हैं. इसके साथ ही इस बार के विधान सभा चुनाव में गिद्दड़बाहा से विधायक चुने गए हैं.