अहमदाबाद (मानवीय सोच) गुजरात में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं। 8 दिनों के भीतर पीएम मोदी का गुजरात बताता है कि वे राज्य विधानसभा चुनाव को हल्के में नहीं लेना चाहते। एक बार फिर 18 जून को पीएम मोदी गुजरात दौरा करने जा रहे हैं। इससे पहले पीएम ने 10 जून को राज्य का दौरा किया था। इस बार पीएम मोदी बडोदरा में होने वाले गुजरात गौरव अभियान कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। इस कार्यक्रम में पीएम मोदी 21 हजार करोड़ की विकास योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। आयोजन के दौरा पीएम मोदी राज्यव्यापी मुख्यमंत्री मातृशक्ति योजना का भी शुभारंभ करेंगे।
पीएम मोदी 18 जून को गुजरात दौरा करने वाले हैं। इस दौरे के दौरान पीएम मोदी 21 हजार करोड़ रुपए से अधिक की विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। आयोजन के दौरान पीएम मोदी राष्ट्रव्यापी मातृशक्ति योजना का भी शुभारंभ करेंगे। गुजरात सरकार की एक मीडिया विज्ञप्ति के अनुसार, गुजरात सरकार की इस योजना का उद्देश्य गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं को शुरुआती 1,000 दिनों के दौरान उनके नवजात बच्चे के साथ-साथ दोनों की पोषण स्थिति में सुधार करना है। इसके साथ ही, राज्य के सभी आदिवासी तालुकों में ‘पोषण सुधा योजना’ शुरू की जाएगी और आदिवासी क्षेत्रों की महिलाओं को इस योजना के लाभों के तहत कवर किया जाएगा।
पोषण योजना
केंद्र सरकार का ‘पोषण अभियान’ भी गुजरात की पोषण सुधा योजना जैसे इन 1,000 दिनों की योजना की तरह है। इस चरण के दौरान प्रोटीन, वसा, साथ ही अन्य सूक्ष्म पोषक तत्वों के साथ उचित भोजन सहित आवश्यक सेवाएं प्रदान करना महत्वपूर्ण है। विज्ञप्ति के अनुसार, “इसे ध्यान में रखते हुए गुजरात सरकार ने पहले 1,000 दिनों के दौरान गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं को पौष्टिक भोजन प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री मातृशक्ति योजना को मंजूरी दी है।”
811 करोड़ का बजट
राज्य सरकार ने इस वर्ष इस योजना के लिए 811 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है और अगले पांच वर्षों में 4,000 करोड़ रुपये का प्रावधान करेगी। सरकार ने गुजरात के आदिवासी क्षेत्रों में पांच जिलों के 10 तालुकों में पोषण सुधा योजना लागू की है। इसकी सफलता के बाद, सरकार 106 तालुका वाले कुल 14 आदिवासी जिलों में इस योजना का विस्तार कर रही है।
इस योजना के तहत आंगनबाडी में पंजीकृत गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली माताओं को एक बार पूर्ण पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया जाता है। इसके अलावा आयरन और कैल्शियम की गोलियों के साथ-साथ स्वास्थ्य और पोषण की शिक्षा भी दी जाती है। योजना की निगरानी और समीक्षा के लिए एक विशेष मोबाइल एप्लिकेशन भी बनाया गया है। चालू वर्ष के लिए इस योजना के लिए 118 करोड़ रुपये का प्रावधान रखा गया है, जिसके तहत अनुमानित 1.36 लाख लाभार्थियों को हर महीने कवर किया जाएगा।