आगरा (मानवीय सोच) मोबाइल पर एक एप डाउनलोड करने के बाद व्यक्ति के खाते से रुपये कटने लगे। यह रकम फास्टैग से टोल टैक्स अदा करने में कटी थी। पीड़ित का कहना है कि उसके पास न तो कार है और न ही फास्टैग लिया है। पीड़ित ने थाना सिकंदरा में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।
सिकंदरा की कृष्णा कालोनी निवासी जितेंद्र चौधरी ने मुकदमा लिखाया है। उन्होंने कहा कि मोबाइल पर धनी एप डाउनलोड किया था। इससे 239 रुपये का मोबाइल रिचार्ज किया था। इसके बाद कोई ट्रांजेक्शन नहीं किया। इसके बावजूद खाते से 500-500 का ट्रांजेक्शन फास्टैग में हो गया। उनके पास कोई कार नहीं है। फास्टैग भी नहीं है। इसके बावजूद रकम काट ली गई। एसएसपी से शिकायत के बाद मुकदमा दर्ज किया गया। थाना सिकंदरा के प्रभारी निरीक्षक बलवान सिंह के मुताबिक, जांच की जा रही है।
एप डाउनलोड कराकर पहले भी हुई ठगी
दिसंबर 2020 में थाना सदर क्षेत्र के एक शिक्षक के खाते से 12 हजार रुपये निकाले गए थे। उनसे बैंक का बंद खाता चालू करने के बहाने मोबाइल पर एक एप डाउनलोड कराया गया था। ओटीपी भी देख लिया गया था। सिकंदरा क्षेत्र की युवती के मोबाइल पर एप डाउनलोड कराने के बाद खाते से रकम निकाली गई थी। इसके अलावा भी कई मामले जिला साइबर सेल और रेंज साइबर थाना में पहुंच चुके हैं।
1930 पर करें शिकायत
एसएसपी सुधीर कुमार सिंह के मुताबिक, साइबर क्राइम के मामले में हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। इसमें बैंक खाते की जानकारी और ट्रांजेक्शन आईडी बतानी होगी। तत्काल कार्रवाई होगी। मोबाइल पर किसी के कहने पर कोई एप डाउनलोड नहीं करना चाहिए।
आगरा में साइबर अपराध का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। एक व्यक्ति के खाते से फास्टैग से टोल अदा करने की रकम काट ली गई, जबकि व्यक्ति के पास कार नहीं है। न ही उसने कभी टोल अदा किया।