गोरखपुर (मानवीय सोच) सीएमओ कार्यालय का दिव्यांग लिपिक सत्यप्रकाश शुक्ला एक अभ्यर्थी से प्रमाणपत्र बनवाने के बदले पांच हजार रुपये की रिश्वत मांगते वीडियो में कैद हो गया। इसके बाद बुधवार सुबह आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। डीएम ने सीएमओ को वीडियो भेजकर लिपिक पर केस दर्ज कराने का निर्देश दिया था। सीएमओ कार्यालय में प्रमाणपत्र बनाने के लिए रिश्वत मांगने की शिकायत मिलने के बाद डीएम ने मंगलवार को लिपिक का स्टिंग आपरेशन कराया था।
जानकारी के अनुसार, वीडियो क्लिप में लिपिक सत्यप्रकाश शुक्ला प्रमाणपत्र बनवाने आए अभ्यर्थी से कह रहा है कि उसके पास तीन पत्रावलियां और हैं, उसी के साथ इस काम को भी करवा दूंगा। बदले में पांच हजार रुपये लगेंगे।
डीएम ने सीएमओ को पेन ड्राइव में लिपिक की वीडियो क्लिप भी भेजी थी। डीएम ने आशंका जताई है कि सीएमओ कार्यालय के अन्य कर्मी भी इस काम में लिप्त हो सकते हैं। ऐसे में मामले की जांच कराकर उन कर्मियों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाए। साथ ही आख्या सहित रिपोर्ट दी जाए।