नई दिल्ली (मानवीय सोच) फिल्म अभिनेता अजय देवगन और दक्षिण अभिनेता सुदीप किच्चा के बीच भाषा को लेकर हुई बयानबाजी के बाद यह हिन्दी और अन्य क्षेत्रीय भाषाओं के बीच अंतर्द्वंद को लेकर सवाल उठ खड़ा हुआ है। लेकिन पूरी दुनिया में हिन्दी समेत भारतीय भाषाओं का रूतबा मजबूत होता है। इथनोलॉग की कुछ समय पहले आई एक रिपोर्ट बताती है कि हिंदी दुनिया भर के माथे की बिंदी बनती जा रही है। दुनिया भर में शीर्ष दस सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषाओं में तीसरे नंबर पर हिंदी है। खुशी और गर्व की बात है कि दुनिया में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषाओं में भारत की कई भाषाएं है। इस सूची में बंगाली भाषा सातवें स्थान पर है।
हिंदी को दुनिया भर में 63.7 करोड़ लोग बोलते हैं। वहीं, भारतीय भाषाओं में बंगाली को 26.5 करोड़, मराठी को 9.5 करोड़, तेलुगू को 9.3 करोड़, तमिल को 8.4 करोड़ और पश्चिमी पंजाबी को 8.3 करोड़ लोग बोलते है। अंग्रेजी को दुनिया भर में 126.8 करोड़ लोग और मेंडरिन को 112 करोड़ लोग बोलते है। स्पेनिश और फ्रेंच दुनिया भर में बोली जानी वाली भाषाओं में चौथे और पांचवें नंबर पर है। स्पेनिश को 53.8 करोड़ और फ्रैंच को 27.7 करोड़ लोग बोलते हैं।
इथनोलॉग की रिपोर्ट के मुताबिक, उर्दू का मान भी बढ़ा है। उर्दू भी दुनिया की शीर्ष बीस भाषाओं में शुमार है। इथेनोलॉग की रिपोर्ट के मुताबिक, मौजूदा समय में दुनिया भर में 7,117 भाषाएं बोली जाती हैं और भारत में 456 भाषा बोली जाती हैं। 23 भाषाएं ऐसी है जिन्हें दुनिया की आधे से अधिक आबादी बोलती है। अगर पहली भाषा (नेटिव) और नॉन नेटिव स्पीकर के तौर पर देखें, तो अंग्रेजी सबसे बड़ी भाषा है। वहीं, नेटिव भाषा के रूप में मेंडरिन नंबर एक पर है। दीगर बात यह है कि नेटिव भाषा के तौर पर हिंदी चौथे स्थान पर है तो दुनिया में सबसे अधिक स्पीकर की भाषा के रूप में तीसरे पायदान पर है।
इथनोलॉग की रिपोर्ट के मुताबिक, एशिया में 2,294 भाषाएं, अफ्रीका में 2,144 भाषाएं, पैसिफिक में 1,313 भाषाएं और अमेरिका में 1,061 भाषाएं बोली जाती है। वहीं दुनिया भर में 2,926 भाषाएं ऐसी है जिनका अस्तित्व खतरे में है।