# पसमांदा स्नेही यात्रा पर राष्ट्रीय और प्रदेश अध्यक्ष ही भिड़े

लखनऊ : (मानवीय सोच) पसमांदा मुस्लिम का साथ चाहिए। इसके लिए पसमांदा स्नेही यात्रा निकाली जानी है। लेकिन, ये यात्रा BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी और प्रदेश अध्यक्ष बासित अली की खींचतान में टल रही है। दोनों पदाधिकारी एक-दूसरे पर तैयारी नहीं करने के आरोप लगा रहे हैं। लेटरवॉर भी शुरू हो चुका है। इन सबके बीच, अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री दानिश आजाद 15 अगस्त के बाद पसमांदा स्नेही यात्रा निकालने का दावा कर रहे हैं।

अब BJP की प्राथमिकता में पसमांदा मुस्लिम किस तरह आ चुके हैं, इसके संकेत भोपाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान से मिलते हैं। जिसमें उन्होंने पसमांदा मुस्लिमों की बदहाली का मुद्दा उठाया। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले पीएम मोदी ने कहा,”जो पसमांदा मुसलमान है, उन्हें आज भी बराबरी का दर्जा नहीं मिला है। उन्होंने मोची, भठियारा, जोगी, मदारी, जुलाहा, लंबाई, तेजा, लहरी, हलदर जैसी पसमांदा जातियों का जिक्र करते हुए कहा कि इनके साथ इतना भेदभाव हुआ है, जिसका नुकसान उनकी कई पीढ़ियों को भुगतना पड़ा।”