# बिहार के बाद पश्चिमी यूपी से उठी प्रदेश में जाति गणना की मांग

बिहार : (मानवीय सोच) जाति गणना के आंकड़े जारी होने के साथ ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश में इसकी मांग उठनी शुरू हो गई। सोमवार को राजनीतिक दलों ने प्रदेश में जाति जनगणना की वकालत करते हुए कहा कि इसके आधार पर ही तय हो सकता है जिसकी जितनी जनसंख्या हो उसे उतनी भागीदारी मिले।

वहीं बिहार की जातीय गणना पर भाजपा ने पलटवार किया है। भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने आंकड़ों को अविश्वसनीय बताया है। उन्होंने कहा कि मैं नितीश सरकार से सवाल करना चाहता हूं कि उन्होंने कितनी नौकरियां निकालीं और कितने युवाओं को वर्ग के आधार पर रोजगार दिया।
जाति जनगणना होनी चाहिए। इससे दूध का दूध पानीका पानी हो। जनसंख्या के आधार पर लोगों को अधिकार मिलेंगे। सभी एकसमान होंगे। बगैर जाति जनगणना के महिला आरक्षण बिल का भी कोई अस्तित्व नहीं है।