गोरखपुर (मानवीय सोच) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में माफिया के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति जारी रहेगी लेकिन गरीबों के आशियाने नहीं उजाड़े जाएंगे। गरीबों की झोपड़ी हटाने से पहले उन्हें आवास उपलब्ध कराया जाए। इसी तरह स्ट्रीट वेंडरों को सुव्यवस्थित पुनर्वास व स्वनिधि योजना का लाभ दिलाने के बाद ही हटाया जाएगा।
योगी शनिवार की सुबह एमएलसी चुनाव में गोरखपुर में मतदान करने के बाद मुख्यमंत्री मीडियाकर्मियों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पहले पेशेवर माफिया व अपराधी सत्ता का संरक्षण प्राप्त कर सरकारी सार्वजनिक, गरीबों व व्यापारियों की जमीन पर कब्जा करते थे। इसके खिलाफ एंटी भू माफिया टास्क फोर्स का गठन किया गया। अब तक पेशेवर माफियाओं से 2500 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई है।
अधिकारियों को निर्देश दिया गया है किसी भी गरीब की झोपड़ी तब तक नहीं हटाएंगे, जब तक उसे आवास न उपलब्ध करा दिया जाए। यदि भूमि आरक्षित श्रेणी की नहीं है तो गरीब को वहीं पट्टा दे दिया जाए। यदि भूमि आरक्षित श्रेणी की है तो उसे अन्यत्र आवास उपलब्ध कराया जाए। ऐसे ही स्ट्रीट वेंडर के सुव्यवस्थित पुनर्वास व स्वनिधि योजना का लाभ दिलाने के निर्देश दिए गए हैं। एंटी भू माफिया की कार्रवाई पेशेवर माफिया के लिए हैं, गरीबों के प्रति नहीं। गरीबों के प्रति संवेदना होनी चाहिए।
ट्विटर हैकिंग की जांच कर रहीं एजेंसियां
सीएम ऑफिस का ट्विटर हैंडल हैक होने के सवाल पर योगी ने कहा कि एजेंसियां इसकी जांच कर रही हैं। शुक्रवार की आधी रात में साइबर हैकरों ने मुख्यमंत्री कार्यालय का टि्वटर हैंडल हैक कर लिया था। इस दौरान करीब 34 मिनट तक हैकरों ने हैंडल को अपने कब्जे में रखकर 30 से ज्यादा प्रमोशनल ट्वीट किए। उन्होंने खाते की पोस्ट, बायो और प्रोफाइल पिक्चर तक बदल डाली।