लखनऊ में छात्रा पर एसिड अटैक की साजिश उसके मौसेरे भाई ने की थी। उसने ही दोस्त अभिषेक वर्मा को वारदात के दिन लोकेशन भेजी थी। अभिषेक से कहा था- चेहरा बचाते हुए तेजाब फेंकना। पुलिस सूत्रों के अनुसार पूछताछ में आरोपी ने ये बात बताई है। वारदात से पहले दोन पुलिस सूत्रों की माने तो मौसेरा भाई हर्ष तिवारी ने ही आरोपी को एसिड दिया था। पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि जो एसिड फेंका गया है, उसे दुकान से नहीं खरीदा गया था। एसिड किसी मेडिकल लैब से लाया गया था। मौसेरे भाई का KGMU में अभी इलाज चल रहा है। इसलिए पुलिस सीधे तौर पर बोलने से बच रही है। हालांकि पुलिस का कहना है कि पारिवारिक विवाद में छात्रा पर तेजाब फेंका गया है।
अभी जांच चल रही है। 3 जुलाई को छात्रा पर तेजाब फेंका गया था। सीसीटीवी फुटेज में मौसेरा भाई छात्रा को बचाते हुए दिखा। लोहिया पार्क के पास मौसेरे भाई से मिलने गई थी छात्रा चौक में रहने वाली छात्रा तीन जुलाई को लोहिया पार्क के पास अपने मौसेरे भाई से मिलने गई थी। इस दौरान एक युवक उसके पास आकर बातचीत करता है, फिर चला जाता है। कुछ देर बाद लौटकर वापस आया और तेजाब फेंक दिया। इसमें छात्रा और मौसेरा भाई दोनों झुलस गए। पुलिस ने KGMU में भर्ती कराया, जहां बर्न यूनिट में दोनों का इलाज चल रहा है। एसिड अटैक में मौसेरा भाई भी झुलसा गया था। kGMU से MBBS की पढ़ाई कर रहा है। बाइक भी मौसेरे भाई के पिता के नाम निकली आरोपी अभिषेक वर्मा के पास से मिली बाइक मौसेरे भाई हर्ष तिवारी के पिता के नाम पर है। घटना के बाद जिस स्प्लेंडर बाइक से आरोपी अभिषेक भागा था। वह वारदात वाली जगह से कुछ दूरी पर खड़ी मिली थी। छात्रा के मौसा की बाइक अभिषेक के पास कैसे आई और उसने अपनी बाइक क्यों बदली, पुलिस इस बात का पता लगाने में जुटी है।