दिल्ली (मानवीय सोच) हाईकोर्ट ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा पूछताछ के दौरान दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन को वकील रखने की अनुमति देने के आदेश को चुनौती देने वाली ईडी की याचिका पर आदेश सुरक्षित रख लिया है। जैन को ईडी ने 30 मई को कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था। वह 9 जून तक ईडी की हिरासत में हैं।
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किए गए सत्येंद्र जैन से पूछताछ के दौरान वकील की मौजूदगी की अनुमति देने वाले निचली अदालत के फैसले के खिलाफ ईडी ने गुरुवार को हाईकोर्ट का रुख किया था।
कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश विपिन संघी और न्यायमूर्ति सचिन दत्ता की बेंच ने ईडी के वकील द्वारा याचिका को तत्काल सूचीबद्ध करने के अनुरोध को स्वीकार करते हुए मामले की सुनवाई के लिए शुक्रवार का दिन तय किया था।
आम आदमी पार्टी के नेता को 30 मई को गिरफ्तार किया गया था और निचली अदालत ने 31 मई को उन्हें नौ जून तक के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया था। जैन को ईडी की हिरासत में भेजते हुए निचली अदालत ने उनकी अर्जी को अनुमति दी थी जिसमें कहा गया था कि आरोपी से जांच/पूछताछ के दौरान उनसे सुरक्षित दूरी पर एक वकील को मौजूद रहने की अनुमति दी जाए, जहां से वह आरोपी को देख सके, लेकिन सुन न सके।
ईडी की ओर से पेश हुए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने निचली अदालत में इसका पुरजोर विरोध किया था। ईडी ने इसे हाईकोर्ट में चुनौती देते हुए याचिका दायर की और तत्काल सुनवाई की अनुमति मांगी थी।
एजेंसी ने कहा कि एक अन्य मामले में सुप्रीम कोर्ट की तीन जजों की बेंच ने पूछताछ के दौरान एक वकील की सहायता की अनुमति देने के समान तर्क को खारिज कर दिया। याचिका में कहा गया है कि 31 मई, 2022 के विशेष अदालत के आदेश में उस हद तक आक्षेपित निर्देश, कि प्रतिवादी के वकील को जांच/पूछताछ के दौरान उपस्थित रहने की इजाजत है, से व्यथित होकर याचिकाकर्ता वर्तमान याचिका के माध्यम से इस अदालत का दरवाजा खटखटा रहा है। याचिका में कहा गया कि निचली अदालत का यह निर्देश त्रुटिपूर्ण है।
ईडी ने कहा कि विशेष अदालत ने प्रतिवादी की पूछताछ के दौरान एक वकील की उपस्थिति की प्रार्थना को अनुमति देने में गलती की है, जो वैधानिक शक्तियों के साथ हस्तक्षेप करने के समान है। याचिका में कहा गया है कि एक वकील की उपस्थिति की आवश्यकता नहीं है क्योंकि पूछताछ की वीडियोग्राफी की जा रही है और फुटेज उपलब्ध होगी, इसलिए किसी चिंता की कोई गुंजाइश नहीं है।