(मानवीय सोच) : सियाचिन ग्लेशियर में बुधवार तड़के करीब साढ़े तीन बजे भारतीय सेना के कई टेंट में आग लग गई। इस हादसे में रेजिमेंटल मेडिकल ऑफिसर कैप्टन अंशुमान सिंह शहीद हो गए।जबकि तीन जवान झुलस गए, उन्हें एयरलिफ्ट कर इलाज के लिए चंडीगढ़ ले जाया गया।
डिफेंस PRO ने बताया कि तीनों जवान सेकेंड डिग्री तक बर्न हुए हैं। उनकी हालत स्थिर है।
सेना के अधिकारियों ने बताया कि हादसा सालटोरो रीजन में हुआ। गोला-बारूद बंकर में शॉर्ट सर्किट के चलते आग लगी, जिसने आस-पास के कई टेंट को चपेट में ले लिया। अभी घायल जवानों की पहचान नहीं जाहिर की गई है।
साल 2011 में भी ऐसा ही हादसा हुआ था
इससे पहले साल 2011 में भी सियाचिन इलाके में अशोक पोस्ट पर सेना के बंकर में आग लगने से मेजर जी एस चीमा और लेफ्टिनेंट अर्चित वर्दिया शहीद हो गए थे। हादसे में 4 जवान घायल हुए थे।
ये चारों जवान हादसे के दौरान आग में फंसे अधिकारियों को बचाने के लिए आग में कूद गए थे। हालांकि वे अधिकारियों को बचा नहीं सके।