श्रीनगर में सेना का ‘ऑपरेशन महादेव’: पहलगाम हमले के मास्टरमाइंड समेत 3 आतंकी ढेर
भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ ने श्रीनगर के हरवन क्षेत्र में संयुक्त ऑपरेशन महादेव के तहत तीन खूंखार
आतंकवादियों को मुठभेड़ में मार गिराया। मारे गए आतंकियों में अप्रैल 2025 में हुए पहलगाम आतंकी हमले का मास्टरमाइंड भी
शामिल बताया जा रहा है।
यह श्रीनगर के डाचिगाम के पास घने जंगलों में की गई,
जहां सुरक्षा बलों ने गुप्त सूचना के आधार पर आतंकियों को घेरा।
मुठभेड़ करीब पांच घंटे चली।
सुरक्षा बलों ने इस ऑपरेशन के लिए बीते 14 दिनों से कड़ी निगरानी और ट्रैकिंग की थी।
ढेर हुआ मास्टरमाइंड हाशिम मूसा
मारे गए आतंकियों में एक की पहचान हाशिम मूसा उर्फ सुलेमैन शाह के रूप में हुई है,
जो पाकिस्तान की स्पेशल सर्विसेज ग्रुप (SSG) का पूर्व कमांडो था।
सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, यही आतंकी 22 अप्रैल 2025 को हुए पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड था,
जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की मौत हुई थी।
बाकी दो आतंकियों की पहचान अबू हम्जा और यासीर के रूप में की जा रही है, जिनका संबंध भी लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों
से बताया जा रहा है। इनके पास से भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और संचार उपकरण बरामद किए गए हैं।
गुप्त रेडियो सिग्नल से मिला सुराग
सेना ने चीनी उपकरणों के जरिए संचालित एनक्रिप्टेड रेडियो कम्युनिकेशन को इंटरसेप्ट कर आतंकियों के ठिकाने तक पहुंच बनाई।
इसके बाद एक हाई रिस्क अभियान चलाकर उन्हें मार गिराया गया।
अमरनाथ यात्रा को था निशाना
सूत्रों के अनुसार, मारे गए आतंकी अमरनाथ यात्रा के दौरान बड़े हमले की योजना बना रहे थे। समय रहते सुरक्षाबलों की कार्रवाई ने एक
बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया।
उपराज्यपाल का बयान
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने ऑपरेशन की सफलता पर सुरक्षा बलों को बधाई देते हुए कहा, आतंक के खिलाफ
हमारी जीरो टॉलरेंस नीति जारी रहेगी। आतंकवादियों को किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
🗂 पृष्ठभूमि: पहलगाम हमला (22 अप्रैल 2025)
पहलगाम के बैसरान घाटी में पांच आतंकियों ने AK-47 और M4 कार्बाइनों से तीर्थयात्रियों पर अंधाधुंध गोलीबारी कर दी थी। इस हमले में
26 लोगों की जान गई और कई घायल हुए थे। हमला विशेष रूप से गैर-मुस्लिम तीर्थयात्रियों को निशाना बनाकर किया गया था।