लखनऊ के अमीनाबाद में एक कपड़े के व्यापारी जिनकी दुकान गाढ़ा भंडार नाम से प्रसिद्ध है। वहां के बिलिंग ऑपरेटर ने 39 लाख की हेरा फेरी की है। ग्राहकों को डिस्काउंट दिखाकर अपनी यूपीआई में पैसा ट्रांसफर करवा लेता था। पिछले डेढ़ साल से वह बिलिंग ऑपरेटर यह काम कर रहा था।
पुलिस की पूछताछ से पता चला की राधिका बिल्डिंग दुगावां लखनऊ निवासी प्रत्यूष रस्तोगी पुत्र विष्णु वल्लभ रस्तोगी की अमीनाबाद गड़ा भंडार नाम से एक शोरूम है। प्रत्यूष ने बताया कि बाराबंकी का निवासी ज्ञानेंद्र वर्मा पिछले 8 वर्ष से बिलिंग ऑपरेटर का काम कर रहा है। एक दिन ज्ञानेंद्र जब गढ़ा भंडार में आने वाली पेमेंट अपने खाते में ट्रांसफर करवा रहा था इस समय उसे पकड़ लिया गया। खाते की जांच करने पर पता चला कि वह पिछले डेढ़ साल से शोरूम के पैसे अपने खाते में डलवा रहा था।
ज्ञानेंद्र बिल में फर्जी डिस्काउंट दिखाकर शोरूम के पैसे अपने अकाउंट में ट्रांसफर कर देता था। इसके चलते उसने लगभग 39 लाख रुपए शोरूम का हड़प लिया और वह एक बिल पर दो कस्टमर को सामान बेचता था। उसमें से एक का पैसा कंपनी के अकाउंट में डाल देता था और दूसरे का पैसा अपने पास रखता था। इसी कारण से किसी को शक नहीं हुआ शोरूम के मालिक ने अमीनाबाद के थाने में शिकायत दर्ज की है और ज्ञानेंद्र के अकाउंट की जांच अभी भी जारी है।