लखनऊ (मानवीय सोच) यूपी विधानसभा में पेश किए गए बजट में राजधानी लखनऊ के कायाकल्प के लिए 513 करोड़ रुपये मिले हैं। इसमें 15वें वित्त आयोग के तहत कराए जाने वाले कामों के लिए 380 करोड़, लखनऊ स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के लिए 106 करोड़, तालाब-पोखरों के लिए 12 करोड़ तथा अन्य मदों में 15 करोड़ रुपये मिले हैं।
बजट मिलने से राजधानी में स्मार्ट सिटी के 45 प्रोजेक्टों को गति मिलेगी। साफ-सफाई, सीवर, अपशिष्ट प्रबंधन, जलभराव से बचाव के काम पूरे होंगे। वहीं, नगर निगम को 15 करोड़ रुपये ही विकास कार्यों के लिए मिल पाएंगे। निगम सीमा में शामिल 88 नए गांवों में विकास के लिए बजट की उम्मीद को झटका लगा है।
ऐसे में इन्हें विकास के लिए अभी कई और साल इंतजार करना पड़ेगा, क्योंकि नगर निगम अपने संसाधनों से पुरानी सीमा क्षेत्र में ही विकास कार्य करा पाने में असमर्थ है। वहीं, उस पर 300 करोड़ रुपये से अधिक की देनदारी है।
स्मार्ट सिटी के कामों में आएगी तेजी
शहर में स्मार्ट सिटी योजना के कामों के लिए प्रदेश सरकार ने अपने 50 प्रतिशत अंशदान के तौर पर 106 करोड़ का बजट दिया है। यह पहले से चल रहे प्रोजेक्ट के एवज में जारी किया गया है। इस योजना में प्रदेश और केंद्र सरकार आधा-आधा पैसा देती है। राजधानी में अभी चल रहे प्रोजेक्ट में स्मार्ट सीवर, स्मार्ट रोड, हेल्थ एटीएम, ड्रेनेज के प्रोजेक्ट प्रमुख हैं। सरकार से बजट मिलने से इन कामों में तेजी आएगी।