चंडीगढ़ (मानवीय सोच) यूनिवर्सिटी एमएमएस लीक मामले में पंजाब पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने आरोपी सेना के जवान संजीव सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। सेना के जवान की गिरफ्तारी अरुणाचल प्रदेश के सेला पास से हुई है। गिरफ्तारी के बाद अब पुलिस संजीव सिंह को कोर्ट में पेश करेगी। पुलिस इस मामले में लड़की समेत तीन लोगों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। जिसमे से एक लड़की का ब्यॉयफ्रेंड है।
पंजाब पुलिस के डीजीपी ने शनिवार को ट्वीट करते हुए बताया कि सेना, असम और अरुणाचल पुलिस के सहयोग से चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी मामले में एक अहम सफलता मिली है। पुलिस ने अरुणाचल प्रदेश के सेला पास से आरोपी सेना के जवान संजीव सिंह को गिरफ्तार किया है। मोहाली कोर्ट में पेश करने के लिए सीजेएम बोमडिला से ट्रांजिट रिमांड मिली है।
Crucial breakthrough in the #ChandigarhUniversity case with the assistance of the #Army, #Assam & #Arunachal Police.
Accused army personnel Sanjeev Singh arrested from Sela Pass, Arunachal Pradesh. Transit remand obtained from Ld CJM Bomdilla for production before Mohali court. pic.twitter.com/eNhNq9W11R
— DGP Punjab Police (@DGPPunjabPolice) September 24, 2022
हॉस्टल की छात्राओं के आपत्तिजनक वीडियो बनाने के मामले में सोमवार को पंजाब पुलिस ने तीन सदस्यीय विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया। इसमें सभी सदस्य महिला हैं। इस बीच, विश्वविद्यालय प्रशासन ने लापरवाही के आरोप में दो वार्डन को निलंबित कर दिया है। इस मामले में पुलिस ने कहा था कि ऐसा लगता है कि गिरफ्तार छात्रा ने अपने 23 वर्षीय प्रेमी के साथ केवल अपना एक वीडियो साझा किया और किसी अन्य छात्रा का कोई आपत्तिजनक वीडियो नहीं मिला।
तीन आरोपी सात दिन की पुलिस रिंमांड में हैं
पुलिस ने मामले में गिरफ्तार तीनों आरोपियों को सोमवार को मोहाली के खरड़ की एक अदालत में पेश किया गया था और उनका 10 दिन का रिमांड मांगा। हालांकि, अदालत ने आरोपियों को सात दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया। इन सभी के मोबाइल फोन फॉरेंसिक जांच के लिए भेजे गए हैं।
24 सितंबर तक के लिए बंद यूनिवर्सिटी
आपत्तिजनक वीडियो को लेकर दोषियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर छात्रों के भारी विरोध के बाद विश्वविद्यालय 24 सितंबर तक के लिए बंद कर दिया गया है। घटना के बाद कुछ वीडियो में कुछ छात्राओं को अपने सामान के साथ घरों के लिए निकलते भी देखा गया। कुछ अभिभावक भी परिसर से अपने बच्चों को वापस ले गए हैं।