मर्दननाका निवासी हसीबने दी बिजली विभाग के अफसरों को दी अर्जी में बताया है कि वह वेल्डिंग करके परिवार पाल रहा है। दिहाड़ी मजदूर है। उसने दो किलोवाट का कमर्शियल कनेक्शन दो वर्षों से ले रखा है। हमेशा 7-8 सौ रुपये मासिक बिल आता रहा था। लेकिन मीटर रीडर ने साजिशन दो माह की गलत रीडिंग दर्ज की।
साथ ही, 86-86 हजार रुपये के बिल दर्शा दिए हैं। जबकि अन्य बिल 7- 8 रुपए मासिक के हैं। इस बीच दुकान के बाहर लगा मीटर चोरी हो गया। इसकी सूचना पुलिस को दी है। अब उसका कामधंधा बिजली बिना ठप पड़ा है। परिवार भुखमरी की कगार पर है। मज़दूर ने बिल दुरुस्त करने और दोषी मीटर रीडर पर कारवाई की मांग की है।