नई दिल्ली : (मानवीय सोच) पाकिस्तान की संघीय कैबिनेट ने अमरीका के साथ एक अहम सुरक्षा समझौते को मंजूरी दे दी है। इस समझौते के बाद इस्लामाबाद के लिए अमरीका से सैन्य हार्डवेयर की खरीद का रास्ता साफ हो गया है। पाकिस्तान की कैबिनेट ने जिस समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं उसे कम्यूनिकेशन इंटरपोरेबिलिटी एंड सिक्योरिटी मेमोरेंडम ऑफ एग्रीमेंट (सीआईएस-एमओए) कहा जाता है। मामले में सबसे अधिक गौर करने की बात ये है कि दोनों ही देशों ने इस समझौते की घोषणा नहीं की है। बल्कि इसे गुपचुप अंजाम दिया गया है।
यह पूरा घटनाक्रम तब सामने आया है जब यूएस सेंट्रल कमांड के प्रमुख जनरल माइकल एरिक कुरिला ने जुलाई महीने में रावलपिंडी यात्रा पर पाकिस्तान के चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (सीओएएस) जनरल असीम मुनीर से मुलाकात की थी। इस बैठक में पाकिस्तान और अमरीका के बीच रक्षा क्षेत्र सहित अपने द्विपक्षीय संबंधों को और बढ़ाने पर सहमति बनी थी।