सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को माना कि इस बार का लोकसभा चुनाव अब तक हुए चुनावों में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण व चुनौतीपूर्ण होगा। इन चुनावों के साथ ऐसे मुद्दे जुड़े हैं जिनका लंबे समय तक असर होना है।
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र और संविधान पर खतरा मंडरा रहा है। महंगाई, भ्रष्टाचार और बेरोजगारी चरम पर है। महिलाओं व बच्चियों की जिंदगी दिन-प्रतिदिन असुरक्षित होती जा रही है। भाजपा इन गंभीर सवालों से किनारा कर ‘इवेंट्स की राजनीति’ से जनता का ध्यान भटकाना चाहती है।
समर्थकों के नाम न कटने पाएं
सपा मुखिया ने बयान जारी कर कहा कि भाजपा की नफरत भरी राजनीति का मुकाबला समाजवादी विचारधारा से ही हो सकता है। सपा विकास और निर्माण की बात करती है। पार्टी के सभी कार्यकर्ता और पदाधिकारी इस बात पर ध्यान दें कि मतदाता सूची में अपने समर्थकों के नाम न कटने पाएं।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने पिछले विधानसभा चुनाव में हजारों समाजवादी समर्थकों के वोट के साथ हेराफेरी कर सत्ता पर जबरन कब्जा कर लिया था। पीडीए-पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक, अगड़े सभी मिलकर भाजपा को सत्ता से हटाने का काम करेंगे।