लेबनान में हिजबुल्ला नेता हसन नसरल्ला के मारे जाने की घटना के विरोध में लगातार तीसरे दिन (मंगलवार) पुराने लखनऊ स्थित इमामबाड़े पर विरोध प्रदर्शन और मजलिस का आयोजन किया गया. इस दौरान हजारों की तादाद में लोग मौजूद रहे. उनके हाथों में इजराइल के विरोध और हसन नसरल्ला के समर्थन के समर्थन में पोस्टर नजर आए. इस दौरान शिया धर्मगुरू मौलाना यासुब अब्बास ने हसन नसरल्ला को शहीद बताया. उन्होंने आगे कहा, “भारत सरकार से मांग करूंगा कि इधर जो उनके इजराइल से ताल्लुकात नए हो गए हैं, उन्हें वो खत्म करे. ईरान से हमारे रिश्ते पुराने हैं, उन्हें बढ़ाते रहना चाहिए.” उन्होंने कहा कि ये प्रोटेस्ट सिर्फ लखनऊ ही नहीं, पूरी दुनिया में जबरदस्त तरीके से हो रहा है और ये चलता अभी चलता रहेगा. गौरतलब है कि लेबनान में हाल ही में इजराइली हमलों में हिजबुल्ला के शीर्ष सदस्य हसन नसरल्ला और छह शीर्ष कमांडर मारे गए हैं. नसरल्ला शनिवार को मारा गया और एक दिन बाद उसे सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया था.
