ब्रेकिंग न्यूज़
सरकार का डिजिटल सफाई अभियान : अश्लील कंटेंट पर 25 OTT प्लेटफॉर्म्स बंदतिहाड़ बनी गैंग का अड्डा: जेल के भीतर से ही दी जा रही रंगदारी और हत्या की सुपारी“भारत और इंडोनेशिया के बीच समुद्री संबंधों में नया अध्याय”भारत-UK आर्थिक संबंधों में नया युग: CETA समझौते पर हस्ताक्षरउत्तर प्रदेश अब माफिया मुक्त, पुलिस बनी कानून-व्यवस्था की रीढ़: मुख्यमंत्री योगीसीबीएसई का बड़ा फैसला: अब एक कक्षा में अधिकतम 45 छात्रों को ही मिलेगा दाखिलास्वच्छ गोरखपुर की ओर नया कदम: सीएम योगी ने 177 विकास परियोजनाओं का किया शुभारंभयोगी सरकार के बड़े फैसले: पुरानी पेंशन का विस्तार, चित्रकूट एक्सप्रेसवे, टैबलेट वितरण और महिला सशक्तीकरण को मिली नई मंजूरी“विकसित कृषि से ही साकार होगा विकसित उत्तर प्रदेश का सपना: सीएम योगी”“हुनर से आत्मनिर्भरता तक: स्किल इंडिया मिशन के 10 साल, 2 करोड़ से अधिक प्रशिक्षित”वाराणसी: विकास प्राधिकरण के इंजीनियर ₹25,000 की रिश्वत लेते पकड़े गए”हिमाचल में दो भाइयों ने की एक ही महिला से शादी, फिर जिंदा हुई सदियों पुरानी ‘बहुपति प्रथा’मेरी वफादारी व्यक्ति से नहीं, संविधान से है: शशि थरूरलखनऊ में हैवानियत की सारी हदें पार : 4 साल की बच्ची के साथ किया बलात्काररॉबर्ट वाड्रा पर ED का शिकंजा कसता गया : राहुल गांधी बोले – 10 साल से जीजा को किया जा रहा परेशानअमेरिका ने TRF को घोषित किया आतंकी संगठन, UNSC और FATF में पाकिस्तान फिर निशाने पर : हिल गई जनरल मुनीर की कुर्सीडिजिटल अरेस्ट मामले में पश्चिम बंगाल की अदालत का बड़ा फैसला: 9 आरोपी दोषी करार, उम्रकैद की सजालखनऊ में मां रोशनी खान बनी हैवान: लिव-इन पार्टनर संग मिलकर मासूम बेटी की हत्याउज्जैन के सरकारी स्कूल में बड़ा बवाल : नमाज़ पढ़ने का दबाव,भगवान की तस्वीरें फाड़ीं शिक्षक शकील मोहम्मद गिरफ्तारमुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का वाराणसी दौरा: विकास कार्यों की समीक्षा, कानून-व्यवस्था पर सख्त निर्देश

सीबीएसई का बड़ा फैसला: अब एक कक्षा में अधिकतम 45 छात्रों को ही मिलेगा दाखिला

CBSE News: अब 45 से ज्यादा बच्चों को नहीं मिलेगा एडमिशन, जानिए बोर्ड ने क्यों लिया यह फैसला

📌 नई गाइडलाइन क्या कहती है?

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने स्कूलों में पढ़ाई की गुणवत्ता बनाए रखने और छात्रों को बेहतर शिक्षण माहौल देने के लिए नया दिशा-निर्देश जारी किया है। इसके तहत अब किसी भी कक्षा में अधिकतम 40 छात्रों को ही नियमित रूप से दाखिला दिया जा सकेगा।

हालांकि, विशेष परिस्थितियों में यह सीमा 45 छात्रों तक बढ़ाई जा सकती है — लेकिन इसके लिए स्कूल को सीबीएसई से अनुमति लेनी होगी और उचित कारण बताने होंगे।

📌 सीबीएसई का तर्क क्या है?
सीबीएसई ने कहा है कि जब एक कक्षा में बहुत अधिक छात्र होते हैं, तो:

शिक्षक छात्रों पर पर्याप्त ध्यान नहीं दे पाते

शिक्षण की गुणवत्ता प्रभावित होती है

छात्रों की सीखने की क्षमता और कक्षा प्रबंधन में दिक्कत आती है

राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) के अनुसार, छात्र-केंद्रित और इंटरएक्टिव क्लासरूम जरूरी हैं

📌 स्कूलों के लिए निर्देश:

यदि किसी स्कूल को विशेष परिस्थिति में 45 छात्रों तक दाखिला देना है, तो उसे बोर्ड को कारण बताना होगा

साथ ही स्कूल को यह भी सुनिश्चित करना होगा कि कक्षा का आकार, शिक्षक की उपलब्धता और संसाधनों में कोई कमी न हो

📌 कब से लागू होगा नया नियम?

यह निर्देश तत्काल प्रभाव से लागू किया गया है और सभी संबद्ध स्कूलों को इसका पालन करना अनिवार्य होगा।

📌 निष्कर्ष:
सीबीएसई का यह कदम छात्रों की शैक्षणिक गुणवत्ता सुधारने और व्यक्तिगत ध्यान सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास माना जा रहा है। अब स्कूलों को केवल इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं, बल्कि शिक्षा की गुणवत्ता पर भी विशेष ध्यान देना होगा।
Scroll to Top