“Forging Waves of Cooperation: INS Sandhayak की इंडोनेशिया यात्रा से बढ़ा समुद्री सहयोग”
भारतीय नौसेना का पहला स्वदेशी रूप से निर्मित सर्वे पोत (Survey Vessel Large) INS Sandhayak, अपनी पहली अंतरराष्ट्रीय यात्रा पर इंडोनेशिया पहुंच गया है।
यह यात्रा जकार्ता में तीन दिवसीय मैत्री और सहयोग मिशन का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य भारत और इंडोनेशिया के बीच हाइड्रोग्राफिक (Hydrographic) सहयोग को गहरा करना है।
INS Sandhayak की यह ऐतिहासिक यात्रा हिंद महासागर क्षेत्र में “साझेदारी की लहरें (Forging Waves of Cooperation)” के तहत समुद्री सुरक्षा, तकनीकी जानकारी के आदान-प्रदान और क्षेत्रीय शांति को बढ़ावा देने के लिए की जा रही है।
इस यात्रा के दौरान INS Sandhayak इंडोनेशियाई नौसेना के साथ संयुक्त अभ्यास, हाइड्रोग्राफिक सर्वे तकनीक के आदान-प्रदान, और पेशेवर चर्चाओं में भाग लेगा।
इसके अलावा जहाज़ पर भारतीय संस्कृति और नौसेना क्षमताओं की झलक प्रस्तुत करने वाले कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।
प्रमुख बिंदु:
- जहाज़ का नाम: INS Sandhayak
- प्रकार: स्वदेशी रूप से निर्मित सर्वे पोत (Survey Vessel Large)
- मौका: पहली अंतरराष्ट्रीय यात्रा
- स्थान: जकार्ता, इंडोनेशिया
- समयावधि: तीन दिवसीय यात्रा
उद्देश्य: हाइड्रोग्राफिक सहयोग, समुद्री कूटनीति और तकनीकी साझेदारी
यह दौरा भारत की “सागर (Security and Growth for All in the Region)” नीति को भी मजबूती प्रदान करता है जिसके अंतर्गत भारत अपने समुद्री पड़ोसियों के साथ बहुपक्षीय संबंधों को प्रगाढ़ कर रहा है।
इस तरह की यात्राएं न केवल रणनीतिक और तकनीकी दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि दो राष्ट्रों के बीच आपसी विश्वास और साझेदारी को भी नया आयाम देती हैं।