बस्ती (मानवीय सोच) सरकारी दफ्तरों में भ्रष्टाचार चरम पर है। मुख्यमंत्री का स्पष्ट निर्देश है कि किसी भी पटल पर फाइलों को 3 दिन से ज्यादा लंबित न रखा जाये। लेकिन इसका असर मुख्यमंत्री की नाक के नीचे ही नही है। कई ऐसे महकमे हैं जहां बगैर रिश्वत दिये काम नही होता। आबकारी, पुलिस, रजिस्ट्री, नगरपालिका ओर आरटीओ दफ्तरों में व्याप्त भ्रष्टाचार की मिसालें दी जाती हैं।
21 अप्रैल को डीएल का रिनीवल कराने पहुंचा था। सम्बन्धित बाबू ने आरआई के पास भेजा। आरआई ने आर्डर कर दिया। लेकिन बाबू बगैर रिश्वत लिये काम करने को तैयार नही था। मजबूर होकर उसने पैसे दिये लेकिन इसका वीडियो बनाने लगा। उसे नही मालूम था कि बाबुओं ने गुण्डे पाल रखे हैं, फिर क्या था रिनीवल कराने पहुंचे सख्श की लात घूसों से जमकर पिटाई हुई।