जम्मू-कश्मीर (मानवीय सोच) इस साल जनवरी से लेकर अभी तक सुरक्षा बलों ने लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद से ताल्लुक रखने वाले 26 विदेशी आतंकवादियों को मार गिराया है। गुरुवार को कुपवाड़ा जिले में सुरक्षा बलों ने घुसपैठ की कोशिश को नाकाम करते हुरए लश्कर के तीन आतंकियों को मार गिराया है।
कश्मीर जोन के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने गुरुवार को बताया, ‘इस साल अभी तक 26 विदेशी आतंकवादी मारे गए हैं। मारे गए 26 विदेशी आतंकवादियों में से 14 मसूद अजहर के संगठन जैश से ताल्लुक रखते हैं जबकि बाकी 12 का ताल्लुक हाफिज मोहम्मद सईद के संगठन लश्कर से है।
बुधवार को तीन आतंकी मारे गए
जम्मू-कश्मीर के बारामुल्ला जिले के करीरि में बुधवार को एक मुठभेड़ में जैश के तीन आतंकवादी मारे गए थे। वहीं, बांदीपोरा में 13 मई को हुई मुठभेड़ में लश्कर के दो आतंकवादी मारे गए थे। ये दोनों सरकारी कर्मचारी एक कश्मीरी पंडित राहुल भट की हत्या में कथित रूप से संलिप्त थे।
विदेशी आतंकियों का बाहर निकलना हो गई है मजबूरी
सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस महीने कहा था कि घाटी में स्थानीय आतंकवादियों की संख्या कम होने के बाद विदेशी आतंकवादियों के लिए बिल से बाहर निकलना मजबूरी हो गई है। बुधवार शाम को कश्मीरी टीवी एक्ट्रेस अमरीन भट को बडगाम के चदूरा इलाके में लश्कर के तीन आतंकियों ने मार गिराया। वहीं, भट का 10 साल का भतीजा हमले में घायल हो गया है।
गुरुवार को, पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने केंद्र की जम्मू-कश्मीर नीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि कश्मीर में नागरिक हत्याएं केंद्र शासित प्रदेश में सामान्य स्थिति के सरकार के दावों का समर्थन नहीं करती हैं। मुफ्ती ने अनगिनत निर्दोष नागरिक मारे जा रहे हैं।