🇺🇸 अमेरिका का बड़ा एक्शन: TRF को आतंकी संगठन घोषित किया
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद अमेरिका ने बड़ी कार्रवाई करते हुए TRF (The Resistance Front) को विदेशी आतंकवादी संगठन (FTO) और वैश्विक आतंकवादी (SDGT) घोषित कर दिया है।
अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि TRF, लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का ही नया नाम है जो भारत में आतंकी हमलों को अंजाम देने के लिए बनाया गया है। TRF ने पहलगाम हमले की जिम्मेदारी भी ली थी जिसमें 26 लोगों की जान गई थी।
😠 पाकिस्तान का पलटवार: ‘राजनीतिक एजेंडा’ बताया
अमेरिकी कार्रवाई से पाकिस्तान बुरी तरह बौखला गया है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने TRF पर प्रतिबंध को “एकतरफा और पक्षपाती” बताया है। उन्होंने TRF के लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े होने के आरोपों को नकारा और इसे “भारत का कश्मीर को लेकर झूठा नैरेटिव” कहा।
पाकिस्तान ने यह भी आरोप लगाया कि अमेरिका FATF और UNSC जैसे वैश्विक मंचों का इस्तेमाल भारत की मदद के लिए कर रहा है, ताकि पाकिस्तान पर और अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाया जा सके।
🔍 FATF की रिपोर्ट से खुला पाक का काला सच
FATF (Financial Action Task Force) की जून 2025 की रिपोर्ट में पाकिस्तान के ऊपर गंभीर सवाल उठे हैं।
रिपोर्ट में कहा गया कि:
पाकिस्तान में आतंकी फंडिंग के चैनल अब भी सक्रिय हैं
पाक सेना से जुड़े तत्व WMD (Weapons of Mass Destruction) के लिए ट्रेड नेटवर्क चला रहे हैं
कुछ फर्जी NGO और एजेंसियों के ज़रिए ISI से पैसा TRF जैसे संगठनों तक पहुंचाया जा रहा है
अब TRF पर अमेरिकी प्रतिबंध से FATF के अगले सत्र में पाकिस्तान पर कड़ी कार्रवाई संभव है। भारत इस मुद्दे को पूरे जोर के साथ उठाएगा।
🇺🇳 UNSC में फिर घिरा पाकिस्तान, चीन बन रहा ढाल
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में TRF को वैश्विक आतंकवादी घोषित करवाने के भारत के प्रस्ताव को चीन ने फिर से वीटो कर दिया।
चीन पहले भी हाफिज सईद, मसूद अजहर, और TRF जैसे संगठनों या व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई को बार-बार रोकता आया है।
हालांकि अब जब अमेरिका ने खुद TRF को आतंकवादी घोषित किया है, तो भारत इस दबाव को आगे बढ़ाएगा।
UNSC की 1267 प्रतिबंध समिति में भारत की पैरवी और अमेरिकी समर्थन से पाकिस्तान को बड़ी मुश्किल का सामना करना पड़ेगा।
🎖 जनरल असिम मुनीर की मुश्किलें बढ़ीं
पाकिस्तान की सेना प्रमुख जनरल असिम मुनीर पर अब अंतरराष्ट्रीय निगाहें टिक गई हैं।
अमेरिकी रिपोर्टों में दावा है कि TRF को ISI (Inter-Services Intelligence) और पाक सेना का समर्थन प्राप्त है।
यह सीधे-सीधे मुनीर के नेतृत्व पर सवाल खड़ा करता है क्योंकि:
उन्होंने खुद FATF और UNSC में “क्लीन छवि” का प्रचार किया
वहीं दूसरी तरफ सेना की छत्रछाया में TRF और LeT जैसे संगठनों की गतिविधियां जारी रहीं
इससे न केवल पाकिस्तान की वैश्विक छवि को नुकसान पहुंचा है, बल्कि असिम मुनीर के सैन्य और राजनीतिक नेतृत्व पर भी अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ा है।
🔍 भारत की रणनीति को वैश्विक समर्थन
भारत ने TRF को आतंकी संगठन घोषित करने के अमेरिकी फैसले का स्वागत किया है।
भारत सरकार ने कहा कि:
“यह निर्णय वैश्विक आतंकवाद के खिलाफ हमारी साझा लड़ाई को मजबूत करता है और पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को बेनकाब करता है।”
अब भारत आगामी महीनों में:
FATF के सत्र में पाकिस्तान को फिर से ग्रे लिस्ट या ब्लैक लिस्ट में डलवाने की कोशिश करेगा
UNSC में TRF पर वैश्विक प्रतिबंध का प्रस्ताव फिर से लाएगा
अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन जैसे देशों का समर्थन जुटाएगा
📊 निष्कर्ष: TRF पर बैन, पाकिस्तान की परेशानी
पहलू प्रभाव
TRF पर अमेरिकी बैन भारत के पक्ष में अंतरराष्ट्रीय पुष्टि
पाकिस्तान की छवि FATF, UNSC और वैश्विक मंचों पर और अधिक संदेह
चीन का वीटो कूटनीतिक चुनौती लेकिन वैश्विक आलोचना बढ़ी
असिम मुनीर की स्थिति सेना और ISI पर आतंकी लिंक के आरोपों से दबाव
भारत की नीति आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक सहयोग और बढ़ा