लखनऊ (मानवीय सोच) लोकसभा चुनाव-2024 की जमीनी तैयारियों में जुटी भाजपा के अग्रिम मोर्चों की भी कमर कसी जाएगी। अग्रिम मोर्चों के पदाधिकारी चुनाव मैदान में उतारने से पहले संगठन की चुनावी योजना के साथ संगठनात्मक रीति-नीति से प्रशिक्षित किए जाएंगे।
भाजपा ने लोकसभा चुनाव 2024 में 50 प्रतिशत से अधिक वोट बैंक और 80 में से 75 सीटों पर जीत दर्ज करने का लक्ष्य रखा है। पार्टी के नेताओं का मानना है कि पिछड़े, दलित, महिला, किसान, युवा, अल्पसंख्यक और आदिवासी वर्ग को साधे बिना यह लक्ष्य पूरा करना संभव नहीं है।
इसी रणनीति के तहत पार्टी ने इन वर्गों के बीच मोदी-योगी सरकार की उपलब्धियां घर-घर पहुंचाने और इन वर्गों के लोगों को पार्टी से जोड़ने की योजना बनाई है। इसके लिए पार्टी के अग्रिम मोर्चों के पदाधिकारियों को प्रशिक्षित किया जाएगा ताकि वे संगठन की योजना के तहत फील्ड में काम कर सकें। अगस्त में सात में से छह अग्रिम मोर्चों के प्रशिक्षण वर्ग का आयोजन रखा गया है।
भारतीय जनता युवा मोर्चा का प्रशिक्षण वर्ग 6 से 8 अगस्त तक आगरा में रखा गया है। मोर्चा के मीडिया प्रभारी धनंजय शुक्ला ने बताया कि इसमें आगामी लोकसभा चुनाव में मोर्चा की भूमिका के साथ युवाओं के बीच केंद्र व प्रदेश की भाजपा सरकार की उपलब्धियां पहुंचाने के लिए पदाधिकारियों को प्रशिक्षित किया जाएगा।
किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कामेश्वर सिंह ने बताया कि मोर्चा का प्रशिक्षण वर्ग मेरठ के हस्तिनापुर में 5 से 7 अगस्त तक रखा गया है। इसमें गौ आधारित प्राकृतिक खेती, जल प्रबंधन एवं पर्यावरण, किसानों के समक्ष चुनौतियों और किसान मोर्चा की भूमिका विषय पर भी मंथन होगा।