सूर्य पूजा

सूर्य देव को अर्घ्य देते समय इस मंत्रों का करें जाप

मान्यता के अनुसार सूर्य देव को अर्घ्य देते समय विशेष मंत्रों का जाप न करने से पूजा का पूर्ण फल प्राप्त नहीं होता है। इसलिए अर्घ्य देते समय सूर्य देव के मंत्रों का जाप अवश्य करना चाहिए। सूर्य अर्घ्य मंत्र इस प्रकार है-

सूर्य पूजा से मिलते हैं लाभ

  • सूर्य देव की पूजा-अर्चना करने से इंसान को कष्टों से निजात मिलती है।
  • जीवन में खुशियों का आगमन होता है।
  • इसके अलावा सुख-समृद्धि और बल, बुद्धि की प्राप्ति होती है।
  • जीवन में सफलता हासिल होती है।
  • बुरे विचारों का नाश होता है।

सूर्य अर्घ्य मंत्र

ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नमः

ॐ सूर्याय नम:

ॐ घृणि सूर्याय नम:

सूर्य प्रार्थना मंत्र

सूर्य भगवान की प्रार्थना करते हुए इस मंत्र का जाप करें।

ग्रहाणामादिरादित्यो लोक लक्षण कारक:।

विषम स्थान संभूतां पीड़ां दहतु मे रवि।।

सूर्याष्टकम

आदिदेव नमस्तुभ्यं प्रसीद मम भास्कर।

दिवाकर नमस्तुभ्यं प्रभाकर नमोऽस्तु ते

सप्ताश्वरथमारूढं प्रचण्डं कश्यपात्मजम् ।

श्वेतपद्मधरं देवं तं सूर्यं प्रणमाम्यहम्

लोहितं रथमारूढं सर्वलोकपितामहम् ।

महापापहरं देवं तं सूर्यं प्रणमाम्यहम्

त्रैगुण्यं च महाशूरं ब्रह्मविष्णुमहेश्वरम् ।

महापापहरं देवं तं सूर्यं प्रणमाम्यहम्

बृंहितं तेजःपुञ्जं च वायुमाकाशमेव च ।

प्रभुं च सर्वलोकानां तं सूर्यं प्रणमाम्यहम्

बन्धुकपुष्पसङ्काशं हारकुण्डलभूषितम् ।

एकचक्रधरं देवं तं सूर्यं प्रणमाम्यहम्

तं सूर्यं जगत्कर्तारं महातेजः प्रदीपनम् ।

महापापहरं देवं तं सूर्यं प्रणमाम्यहम्

तं सूर्यं जगतां नाथं ज्ञानविज्ञानमोक्षदम् ।

महापापहरं देवं तं सूर्यं प्रणमाम्यहम्