दिल्ली (मानवीय सोच) इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर शुक्रवार को उस समय अफरा तफरी मच गई जब मलेशिया जाने वाली फ्लाइट में बम की अफवाह फैल गई। देखते ही देखते विमान के जरिए यात्रा करने वाले यात्रियों के बीच में हड़कंप मच गया। राहत की बात रही की बम की अफवाह झूठी निकली। अफवाह की वजह से विमान करीब तीन घंटे की देरी से मलेशिया के लिए उड़ान भरा।
अधिकारियों के मुताबिक, उन्होंने बताया कि मलेशिया एयरलाइंस की एमएच173 उड़ान से दोपहर करीब एक बजे बम की धमकी के बारे में सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क किया गया, जिसके बाद उन्होंने पूरे विमान की गहन जांच की। जांच में कुछ नहीं मिलने के बाद विमान ने दो घंटे 40 मिनट की देरी के बाद कुआलालंपुर के लिए उड़ान भरी और घटना में कथित तौर पर शामिल चार यात्रियों को स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिया गया।
यात्रियों के बीच बहस के बाद उड़ी अफवाह
आधिकारिक सूत्रों ने बताया, ‘विमान के ओवरहेड केबिन में बैग रखने को लेकर दो यात्रियों के बीच बहस छिड़ गई। एक यात्री ने दूसरे से पूछा कि उसके बैग में क्या है तो दूसरे ने जवाब में ‘बम’ कहा। पायलट को इसके बारे में सूचित किए जाने के बाद उड़ान को रोक दिया गया। इसके बाद पायलट ने एटीसी (हवाई यातायात नियंत्रक) को घटना की जानकारी दी।’
जांच में फर्जी मिली बम की सूचना
उन्होंने कहा, ‘बम के खतरे का आकलन करने वाली एक समिति ने तुरंत मामले की जांच की और उड़ान की गहन तलाशी ली गई, जिसके बाद बम की सूचना को फर्जी घोषित कर दिया गया। कुल चार यात्रियों (सभी भारतीय नागरिक) को पुलिस को सौंप दिया गया।’ सूत्रों के अनुसार, बैग में बम का दावा करने वाले यात्री की पहचान वरिंदर सिद्धू के रूप में की गई है।