हिमाचल प्रदेश राज्यसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार को मिली जीत के बाद सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार पर खतरा मंडरा रहा है। हिमाचल में भाजपा के नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने आज (28 फरवरी) कहा कि चुनाव परिणाम सामने आने के बाद सुक्खू सरकार ने शासन करने का नैतिक अधिकार खो दिया है।
इसी बीच कांग्रेस ने डी के शिवकुमार और भूपेंद्र सिंह हुड्डा को हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने आब्जर्वर नियुक्त करते हुए हिमाचल भेजा है। ‘संकटमोचक’ बनकर कई बार डी के शिवकुमार ने कांग्रेस को संकट से उबारा है।
डीके शिवकुमार को क्यों कहा जाता है कांग्रेस का संकटमोचक
साल 2018 में कर्नाटक में हुए विधानसभा चुनाव में ना भाजपा ना कांग्रेस, किसी भी दल को बहुमत नहीं मिला था। इस चुनाव में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। हालांकि, बीजेपी बहुमत से पीछे थी। डीके शिवकुमार की राजनीतिक कौशल और रणनीति की वजह से कांग्रेस और जेडीएस का एक भी विधायक पाला नहीं बदल सका, जिसकी वजह से येदियुरप्पा सरकार बनती-बनती रह गई।
अहमद पटेल को राज्यसभा भेजने में निभाई अहम भूमिका
गुजरात के राज्यसभा चुनाव में उन्होंने अहमद पटेल को जिताने में एक अहम भूमिका निभाई थी। अहमद पटेल को राज्यसभा भेजने की जिम्मेदारी लेते हुए अहमद पटेल ने गुजरात कांग्रेस के सभी 44 विधायकों को बेंगलुरु में अपने रिसॉर्ट में भेज दिया। इसका असर ये हुआ कि एक भी विधायक पाला नहीं बदल सका।