मुंबई (मानवीय सोच) महाराष्ट्र के पुष्पक बुलियंस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने राज्य में सत्तारूढ महाविकास आघाडी के नेताओं पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. ED ने मंगलवार को सीएम उद्धव ठाकरे के रिश्तेदार के घर छापा मारकर करीब साढ़े छह करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी सीज कर ली.
उद्धव ठाकरे के रिश्तेदार पर मारा छापा
ED की टीम ने मंगलवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की पत्नी रश्मि ठाकरे के भाई श्रीधर पाटणकर के खिलाफ कार्रवाई की. एजेंसी ने श्रीधर पर कार्रवाई करते हुए उनके 11 फ्लैट प्रोविजनल अटैच कर दिए. ये फ्लैट ठाणे में नीलाबंरी प्रोजेक्ट के हैं, जो साईबाबा हाउसिंग कंपनी के नाम पर है. ये कंपनी श्रीधर पाटणकर की है. प्रोविजनल अटैक किए गए इन फ्लैट की कीमत 6.45 करोड़ रुपये है.
सूत्रों के मुताबिक ED पुष्पक ग्रुप पर कार्रवाई कर रही थी. उसी दौरान श्रीधर पाटणकर की कंपनी के फ्लैटों को भी अटैच करने की कार्रवाई कर रही थी. बताया जा रहा है कि तीन और कंपनियां ED के राडार पर हैं, जिनमें से एक में श्रीधर पाटणकर पार्टनर हैं.
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने की कार्रवाई
मिली जानकारी के मुताबिक ED ने साल 2017 में पुष्पक बुलियंस के खिलाफ मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया था. इस मामले में ED अब तक उसकी 21 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर चुकी है. बताते चलें कि मनी लांन्ड्रिंग के आरोपों में महाविकास आघाडी के कई नेता ED के राडार पर है. हालांकि ये पहला मौका है, जब एजेंसी ने सीधे मुख्यमंत्री के साले के खिलाफ कार्रवाई की है.
बीजेपी ने की इस्तीफा देने की मांग
महाविकास आघाडी के नेता केंद्रीय जांच एजेंसियों पर राजनीतिक बदले के तौर पर कार्रवाई का आरोप लगा चुके हैं. सीएम ठाकरे के रिश्तेदार के खिलाफ हुई कार्रवाई के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल आना तय माना जा रहा है.
ईडी की इस कार्रवाई के बाद बीजेपी सीएम उद्धव ठाकरे पर हमलावर है. पार्टी नेता नितेश राणे ने श्रीधर पाटणकर पर हुई कार्रवाई के बाद सीएम उद्धव ठाकरे का इस्तीफा मांगा है. उन्होंने कहा कि नैतिकता के तकाजे को देखते हुए मुख्यमंत्री को तुरंत अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.