लखनऊ : (मानवीय सोच) पूर्वांचल के सोनभद्र, चंदौली और मिर्जापुर जिले पनबिजली का गढ़ बनेंगे। यहां 3250 मेगावाट की तीन परियोजनाओं को अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त मनोज कुमार सिंह ने सैद्धांतिक सहमति दे दी है। इन परियोजनाओं में करीब 15 हजार करोड़ रुपये का निवेश होगा। इससे जहां दस हजार लोगों को रोजगार मिलेगा, वहीं आसपास का इलाका विकसित होगा और बिजली संकट भी दूर होगा।
गुरुग्राम की कंपनी एसीएमई क्लीनटेक साल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड चंदौली और मिर्जापुर में पंप स्टोरेज पावर प्लांट लगाएगी। मिर्जापुर प्लांट का नाम अडवा प्रोजेक्ट रखा गया है। 900 मेगावाट क्षमता वाले इस प्लांट को लालगंज तहसील के सोनगढ़ा गांव में स्थापित किया जाएगा। चंदौली प्लांट का नाम मुखाखंड प्रोजेक्ट रखा गया है। 600 मेगावाट का ये प्लांट चकिया तहसील के मुबारकपुर गांव में लगेगा। दोनों परियोजनाओं में करीब 6561 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। दोनों प्लांट के लिए 671 हेक्टेयर जमीन का इस्तेमाल होगा। पूरी तरह से पर्यावरण फ्रेंडली परियोजना होगी।