वाराणसी विकास प्राधिकरण में घूसकांड: तीन अधिकारी ₹25,000 रिश्वत लेते पकड़े गए
वाराणसी विकास प्राधिकरण (VDA) में भ्रष्टाचार का एक गंभीर मामला सामने आया है। एंटी करप्शन ब्यूरो ने घूस लेते हुए तीन अधिकारियों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। आरोपियों में असिस्टेंट इंजीनियर (AE) गौरव प्रकाश सिंह, जूनियर इंजीनियर (JE) अशोक कुमार यादव और कर्मचारी मोहम्मद अनस शामिल हैं।
जानकारी के अनुसार, यह तीनों अधिकारी एक व्यक्ति से ₹25,000 की रिश्वत ले रहे थे। शिकायतकर्ता ने पहले ही भ्रष्टाचार निवारण संगठन को इस घूस की मांग की जानकारी दी थी। शिकायत के आधार पर एंटी करप्शन टीम ने जाल बिछाया और आरोपियों को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया।
क्या है मामला:
बताया जा रहा है कि शिकायतकर्ता किसी निर्माण कार्य से जुड़ा था और VDA की ओर से कार्य में सहयोग देने या नक्शा पास कराने के एवज में इन अधिकारियों ने घूस की मांग की थी। रिश्वत की रकम तय होने के बाद जब पैसा सौंपा जा रहा था, तभी एंटी करप्शन की टीम ने दबिश दी और तीनों को गिरफ्तार कर लिया।
प्रशासनिक प्रतिक्रिया:
एंटी करप्शन ब्यूरो की इस कार्रवाई के बाद वाराणसी विकास प्राधिकरण में हड़कंप मच गया है। प्रशासन का कहना है कि इस मामले में निष्पक्ष जांच की जाएगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। जल्द ही विभागीय जांच भी शुरू की जाएगी।
आम जनता में रोष:
घटना के सामने आने के बाद आम जनता में आक्रोश है। स्थानीय लोगों का कहना है कि भ्रष्टाचार प्राधिकरण में वर्षों से व्याप्त है और यह सिर्फ एक उदाहरण है और अब जनता सख्त कार्रवाई की मांग कर रही है ताकि आने वाले समय में कोई भी अधिकारी घूस लेने की हिम्मत न कर सके।
एंटी-करप्शन ब्यूरो की टीम, जिसका नेतृत्व इंस्पेक्टर राजेश कुमार यादव कर रहे थे, ने स्टिंग ऑपरेशन के दौरान कार्रवाई की ।
गिरफ्तारी के बाद आरोपितों को रामनगर पुलिस के हवाले कर एफआईआर दर्ज की गई, और रिश्वत की नकदी रिकार्ड के तौर पर जब्त की गई ।