कोमल है कमजोर नहीं तू शक्ति का नाम ही नारी है… महिलाओं की ऐसी ही सबल छवि लेकर गृहस्थी के साथ-साथ रामलला की सुरक्षा संभालने एटीएस की महिला कमांडो रामनगरी पहुंची हैं।
पलक झपकते ही दुश्मन को धूल चटाने की हिम्मत रखने वाली यह शेरनियां उस आतंकवाद निरोधक दस्ते का हिस्सा है, जो प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के दृष्टिगत रामनगरी भेजा गया है। रामलला की सुरक्षा में मातृ शक्ति की भागीदारी सीआरपीएफ पहले से ही सुनिश्चित करा रही है।
महिला कमांडो टीम ने संभाला मोर्चा
रामजन्मभूमि की सुरक्षा में सीआरपीएफ की महिला कमांडो टीम भी मोर्चा संभाले है। इनमें ऐसी भी महिला कमांडो हैं, जो अपने परिवार को भी संरक्षित कर रही हैं। सुरक्षा कारणों से इनके नाम और पते का उल्लेख तो नहीं किया जा सकता है, लेकिन राम मंदिर सहित रामनगरी के अन्य प्रमुख मंदिरों एवं संवेदनशील स्थलों पर इनकी उपस्थिति से सुरक्षित होने का आभास स्वत: होता है।
एनएसजी से ली है ट्रेनिंग
रामनगरी पहुंची एटीएस की महिला कमांडो को एनएसजी व एटीएस से ट्रेनिंग मिलने के बाद टीम में जगह मिली है। एके-47 और एमपी-फाइव जैसे आधुनिक हथियार चलाने में सक्षम हैं। इन्हें नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) से ट्रेनिंग प्राप्त है।
बिना हथियार भी ले सकती है मोर्चा
हथियार के साथ-साथ ये महिला कमांडो शस्त्र रहित होने पर भी दुश्मन को धराशायी करने में सक्षम हैं। रामलला की सुरक्षा के लिए यह कमांडो दस्ता सुबह ही रामनगरी पहुंच जाता है और अपनी टीम लीडर के साथ मोर्चे पर डट जाता है।
अभी महिला कमांडो की टीम में और भी वृद्धि की जाएगी। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कमांडो टीम की महिलाएं हर परिस्थिति से निपटने में सक्षम है। रामनगरी में तैनात प्रत्येक सुरक्षा एजेंसी का सदस्य निष्ठा के साथ अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहा है।