बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने मनरेगा सहित अन्य केंद्रीय योजनाओं के बकाए के भुगतान की मांग को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ शुक्रवार को कोलकाता में एक बार फिर 48 घंटे का धरना शुरू कर दिया है।
शनिवार तक चलेगा प्रदर्शन
धरना कोलकाता के रेड रोड में बीआर आंबेडकर की प्रतिमा के सामने दोपहर एक बजे से शुरू हुआ, जो शनिवार तक चलेगा। ममता के साथ उनके मंत्रिमंडल के कई सहयोगी और तृणमूल कांग्रेस के सांसद, विधायक व अन्य वरिष्ठ नेता भी धरने में बैठे हैं। ममता ने पिछले सप्ताह ही अल्टीमेटम दिया था कि अगर भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार एक फरवरी तक राज्य का बकाया नहीं चुकाती है तो वह दो फरवरी से कोलकाता में धरने पर बैठेंगी।
पार्टी कार्यकर्ता और मनरेगा श्रमिक पहुंचे
ममता ने पार्टी नेताओं, कार्यकर्ताओं और धन का भुगतान न होने से प्रभावित लोगों से भी धरने में भाग लेने का आग्रह किया है। उनकी अपील पर विभिन्न जिलों से बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता व मनरेगा श्रमिक भी पहुंचे हैं। धरना के मद्देनजर रेड रोड के आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
दो दिनों तक धरने के दौरान मुख्यमंत्री जरूरी प्रशासनिक कामकाज भी धरना मंच से ही निपटाएंगी। मुख्यमंत्री ने गुरुवार को नदिया जिले में सार्वजनिक वितरण कार्यक्रम केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा था कि मैं जानती हूं कि आंदोलन के माध्यम से अपने हक को कैसे प्राप्त किया जा सकता है।
पिछले साल भी सीएम ने किया प्रदर्शन
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि मनरेगा, प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना सहित केंद्र सरकार द्वारा संचालित कई योजनाओं के लिए राज्य का 15 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का बकाया है। बता दें कि केंद्रीय बकाए की मांग को लेकर ममता ने पिछले साल 29- 30 मार्च को भी दो दिनों तक कोलकाता के रेड रोड पर आंबेडकर मूर्ति के सामने धरना दिया था।
इसके बाद पिछले साल अक्टूबर में तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के नेतृत्व में तृणमूल ने दिल्ली में भी दो दिनों तक धरना दिया था।