मंडी में फिर फटा बादल, आधी रात को आई बाढ़ से तबाही – 2 की मौत, दर्जनों वाहन मलबे में दबे
हिमाचल प्रदेश के मंडी शहर में सोमवार देर रात कुदरत ने कहर बरसा दिया।
आधी रात को हुए बादल फटने की घटना से शहर के कई हिस्सों में अचानक बाढ़ आ गई और जगह-जगह भूस्खलन हुआ।
इस आपदा में 2 लोगों की मौत हो गई, जबकि एक महिला लापता बताई जा रही है।
करीब 50 से अधिक वाहन मलबे में दब गए और कई बह भी गए।
सबसे ज्यादा असर जेल रोड, धर्मपुर, पैलेस कॉलोनी और आसपास के क्षेत्रों में देखा गया।
भारी मलबा और पानी सड़कों पर बह आया, जिससे कई घरों और दुकानों को भी नुकसान पहुंचा।
हादसे के दौरान एक महिला का शव मलबे से निकाला गया, वहीं एक अन्य लापता की तलाश जारी है।
प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है।
घटना के तुरंत बाद NDRF, SDRF, स्थानीय पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर पहुंचीं और लोगों को
सुरक्षित निकालने का काम शुरू किया।
चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे (NH-21) सहित कई मुख्य मार्ग बंद हो गए हैं। मंडी-जोगिंद्रनगर फोरलेन पर भी यातायात बाधित हुआ है।
इस घटना में एक 10 महीने की बच्ची ‘नीतिका’ के माता-पिता की भी मौत हो गई,
जिसके बाद राज्य सरकार ने उसे “चाइल्ड ऑफ स्टेट” घोषित किया है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने निर्देश दिया है कि बच्ची की शिक्षा, स्वास्थ्य और संपूर्ण देखभाल सरकार की ओर से की जाएगी।
मौसम विभाग ने मंडी, कुल्लू, कांगड़ा में ऑरेंज अलर्ट और शिमला, सिरमौर, चंबा में येलो अलर्ट जारी किया है।
राज्य में अब तक मानसून के कारण 160 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें से सबसे ज्यादा घटनाएं मंडी जिले में दर्ज हुई हैं।
प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे नदियों और भूस्खलन संभावित क्षेत्रों से दूर रहें और आवश्यक सतर्कता बरतें।