भारतीय रिजर्व बैंक एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक और फिनकेयर स्मॉल फाइनेंस बैंक तो ऑल-स्टॉक मर्जर को मंजूरी दे दी है। इस मर्जर में 530 मिलियन अमेरिकी डॉलर के ऑल-स्टॉक मर्ज हो जाएंगे।
आरबीआई ने इसके लिए एक प्रेस रिलीज जारी की है। इस प्रेस रिलीज के अनुसार यह मर्जर 1 अप्रैल 2024 से लागू होगी। इसका मतलब है कि फिनकेयर एसएफबी की सभी ब्रांच 1 अप्रैल से एयू एसएफबी की ब्रांच के रूप में काम करेंगी।
केंद्रीय बैंक ने कहा कि मर्जर प्लान अपेक्षाकृत नए एसएफबी सेक्टर में इस तरह के पहले कदमों में से एक है। बैंक ने बैंकिंग विनियमन अधिनियम 1949 की धारा 44 ए की उप-धारा (4) में निहित शक्तियों के प्रयोग में मंजूरी दी गई है।
पिछले साल अक्टूबर 2023 में दोनों बैंक ने मर्जर की घोषणा की थी। बैंक ने फरवरी में आरबीआई के मंजूरी का लक्ष्य रखा गया है।
बैंक के शेयर का क्या होगा
इस समझौते के अनुसार गैर-सूचीबद्ध फिनकेयर के शेयरधारकों को उनके प्रत्येक 2,000 शेयरों के लिए सूचीबद्ध एयू एसएफबी के 579 शेयर मिलेंगे।
मर्जर के बाद FSFB के शेयरधारकों के पास AUSFB में 9.9 प्रतिशत इक्विटी होगी। आरबीआई से मंजूरी लेने के बाद एफएसएफबी के प्रमोटर इकाई में 700 करोड़ रुपये की नई पूंजी डालने पर भी सहमत हुए। जब बैंक ने इस डील की घोषणा की थी तो उसके बाद AUSFB के निवेशकों के बीच बेचैनी देखने को मिली।
फिनकेयर ने घोषणा की थी कि इस डील के बाद आईपीओ (IPO) ला सकते हैं। बता दें कि इस मर्जर के बाद AUSFB के कुल कर्मचारियों की संख्या 15,000 से अधिक हो जाएगी, जिसमें MFI वर्टिकल में 10,000 कर्मचारी शामिल हैं।