उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने जनपद अयोध्या में अयोध्या मण्डल के विकास कार्यों एवं कानून व्यवस्था के सम्बन्ध में बैठक की।

आगामी 30 मार्च से प्रारम्भ हो रही नवरात्रि के दृष्टिगत सभी प्रमुख देवी मंदिरों एवं धार्मिक  स्थलों की साफ-सफाई तथा वहां आवश्यक जनसुविधाओं की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए : मुख्यमंत्री.
योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद अयोध्या में आयुक्त सभागार में अयोध्या मण्डल के विकास कार्यों एवं कानून व्यवस्था तथा श्रीरामनवमी मेले/श्रीराम जन्मोत्सव की तैयारियों के सम्बन्ध में बैठक की।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आगामी 30 मार्च से नवरात्रि प्रारम्भ हो रही है, जिसके दृष्टिगत सभी प्रमुख देवी मंदिरों एवं धार्मिक स्थलों की साफ-सफाई तथा वहां आवश्यक जनसुविधाओं की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। अयोध्या में प्रयागराज महाकुम्भ-2025 के दौरान अयोध्या मंडल में प्रशासनिक एवं पुलिस टीम द्वारा भीड़ नियंत्रण तथा श्रीरामलला के सुगम दर्शन हेतु किये गए नवाचारों की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि महाकुम्भ के अनुभवों का लाभ लेते हुए श्रीरामनवमी मेले की तैयारियां की जाएं। आसपास के जनपदों से समन्वय स्थापित करते हुये होल्डिंग एरिया बनाये जाएं।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गर्मी के मौसम को देखते हुए अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं हेतु आवश्यक जनसुविधाओं यथा-शीतल पेयजल, साफ-सफाई आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। समाजसेवियों को प्रेरित करते हुए यहां पर लंगर/फलाहार की व्यवस्था भी कर ली जाए। जगह-जगह पर शीतल पेयजल हेतु वॉटर ए0टी0एम0 लगवाये जाएं। नगर निगम द्वारा अयोध्या धाम में सुबह, दोपहर व शाम को साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु योजना बना ली जाए। अयोध्या के प्रमुख मठ, मंदिरों, घाटों सहित सरयू नदी की साफ-सफाई की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। स्थानीय निवासियों तथा श्रद्धालुओं आदि को साफ-सफाई हेतु प्रेरित किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सड़क व फुटपाथ पर कहीं भी किसी भी प्रकार का अतिक्रमण नहीं होना चाहिए। इसके लिए नियमित अभियान चलाकर सख्त कार्यवाही की जाए। स्ट्रीट वेण्डरों हेतु वेन्डिंग जोन बनाए जाए। श्रीरामनवमी के दौरान गर्मी की सम्भावना के दृष्टिगत श्री हनुमानगढ़ी मन्दिर व श्रीरामलला मन्दिर के दर्शन मार्गां पर छाया हेतु कैनोपी की व्यवस्था की जाए। पैरों को गर्मी से बचाने के लिए दर्शन मार्गों पर यथावश्यक चटाई की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए। श्रद्धालुओं को ज्यादा पैदल न चलने पड़े, इसके लिए अयोध्या के प्रमुख स्थलों से मंदिर तक पर्याप्त मात्रा में ई-बसों की व्यवस्था की जाए।