मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणि उद्यान (गोरखपुर चिड़ियाघर) का भ्रमण एवं निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने चिड़ियाघर में करीब एक सप्ताह पूर्व इटावा लॉयन सफारी से लाए गए बब्बर शेर पांच साल के भरत आैर शेरनी सात साल की गौरी को भी देखा। योगी को देख बाघ (रायल बंगाल टाइगर) अमर एक पैर उठाकर यूं दहाड़ पड़ा मानो देश के सबसे प्रभावशाली मुख्यमंत्री को सलामी दे रहा हो। उसकी दहाड़ पर सीएम हंस पड़े आैर कहने लगे, क्या रे, कैसा है तूं। इस दौरान एक कर्मचारी को उन्होंने यह समझाया कि बाड़े की जाल को मत छुओ, इससे बाघ नाराज हो रहा है। बब्बर शेर पटौदी ने भी अपने बाड़े के सामने सीएम को देख दहाड़ लगाकर सलामी पेश की। योगी शेर आैर बाघ के जिन भी बाड़ों में पहुंचे,
इन वन्यजीवों ने उन्हें देखकर दहाड़ लगाई आैर खुश कर दिया। चिड़ियाघर का निरीक्षण करने के दौरान मुख्यमंत्री ने गैंडों की जोड़ी हरि आैर गौरी को केला खिलाया आैर अन्य कई वन्यजीवों का अवलोकन कर उनकी समुचित देखभाल के निर्देश चिड़ियाघर के अधिकारियों को दिया। दो महीने तक लोकसभा चुनाव प्रचार में व्यस्त रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ फुर्सत के क्षणों में रविवार दोपहर गोरखपुर चिड़ियाघर पहुंचे। यह चिड़िघायर उनके ड्रीम प्रोजेक्ट में शुमार रहा है आैर इससे उन्हें बहुत लगाव है।
जब भी उन्हें मौका मिलता है, वह यहां आकर वन्यजीवों का दीदार करते हैं। रविवार को चिड़ियाघर पहुंचने पर उन्होंने सबसे पहले पूरे चिड़ियाघर का भ्रमण करते हुए निरीक्षण किया। इस दौरान उनकी नजर गैंडों की जोड़ी हरि आैर गौरी पर पड़ी तो वह मुस्कुरा उठे। सीएम बाड़े के पास पहुंचे आैर अपने हाथों से दोनों को केला खिलाया। गैंडों की यह जोड़ी मुख्यमंत्री को काफी प्रिय है आैर इसके पहले भी वह यहां आकर उन्हें केला खिला चुके हैं। भ्रमण के दौरान उन्होंने शेर, बाघ, सफेद बाघ, हिरण, बंदर, जैकाल, तेंदुआ, हिप्पो, भालू आदि के बाड़ों का भी अवलोकन किया। अवलोकन के दौरान वह उनके साथ चल रहे डीएफओ आैर चिड़ियाघर के निदेशक विकास यादव ने वन्यजीवों के देखभाल के बारे में जानकारी लेते रहे।