📰 दो भाइयों ने एक ही महिला से की शादी, हिमाचल में फिर जिंदा हुई सदियों पुरानी ‘बहुपति प्रथा’
शिलाई (हिमाचल प्रदेश), जुलाई 2025 :
हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के शिलाई क्षेत्र में एक अनोखा विवाह चर्चा में है, जहाँ दो सगे भाइयों ने एक ही महिला से विवाह किया है। यह शादी पारंपरिक हाट्टी जनजाति की प्राचीन ‘बहुपति प्रथा’ (Polyandry Tradition) के तहत की गई, जिसे स्थानीय भाषा में ‘जोड़िदारा’ कहा जाता है।
🎉 तीन दिन चला विवाह समारोह
यह विवाह समारोह 12 से 14 जुलाई तक तीन दिन तक चला, जिसमें ग्रामीणों, परिजनों और रिश्तेदारों ने धूमधाम से हिस्सा लिया। दूल्हों प्रदीप नेगी और कपिल नेगी ने शिलाई के कुन्हात गांव की रहने वाली सुमिता चौहान के साथ विवाह किया। समारोह में पारंपरिक लोक गीत, नृत्य और व्यंजन शामिल रहे।
🗣 “यह हमारा सामूहिक और स्वतंत्र निर्णय था”
दुल्हन सुमिता ने बताया, “मैं इस परंपरा से परिचित थी और मैंने यह निर्णय पूरी स्वतंत्रता से लिया है। कोई सामाजिक या पारिवारिक दबाव नहीं था।” वहीं दोनों भाइयों ने भी बताया कि उन्होंने इस परंपरा को सम्मानपूर्वक अपनाया है और इसे सार्वजनिक रूप से मनाया।
🏔 क्यों होती है बहुपति परंपरा?
हाट्टी जनजाति में यह प्रथा सदियों पुरानी है, जहाँ एक महिला दो या अधिक भाइयों से विवाह करती है। इसके पीछे प्रमुख कारण हैं:
परिवार की ज़मीन और संपत्ति का विभाजन न हो
पर्वतीय क्षेत्रों में खेती और गृहस्थी की सामूहिक ज़िम्मेदारी निभाना
पारिवारिक एकता और सामाजिक सुरक्षा
इस परंपरा को हिमाचल प्रदेश के कानून में मान्यता प्राप्त है, और यह विवाह पूरी तरह कानूनी दायरे में आता है।
📜 ऐतिहासिक और सामाजिक पृष्ठभूमि
हाट्टी समुदाय को हाल ही में अनुसूचित जनजाति (ST) का दर्जा मिला है, जिससे उनकी सांस्कृतिक परंपराओं को नई पहचान मिली है। सामाजिक विशेषज्ञ मानते हैं कि इस विवाह ने उस परंपरा को फिर जीवंत किया है जो अब लगभग विलुप्त हो चुकी थी।
पूर्व में ऐसे विवाह अक्सर गुप्त रूप से किए जाते थे, लेकिन यह विवाह सार्वजनिक रूप से और सामाजिक स्वीकृति के साथ हुआ, जो समाज के बदलते नजरिए को दर्शाता है