किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (KGMU) के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सुरेश कुमार ने आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की पीड़ा समझी है। जिसके बाद उन्होंने केजीएमयू के कुलसचिव को पत्र लिखकर आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का वेतन एसजीपीजीआई के तर्ज पर करने की बात कही है। माना जा रहा है कि इस पत्र के बाद कर्मचारियों को एसजीपीजीआई के बराबर वेतन मिल सकता है। दरअसल, केजीएमयू में कार्यरत करीब 4500 आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का वेतन काफी कम है ऐसे में कर्मचारियों को घर चलाने में मुश्किलों को सामना करना पड़ रहा है।
कर्मचारियों की इस समस्या को देखते हुये एमएस डॉ. सुरेश कुमार ने कुलसचिव को पत्र लिखा है। पत्र में डॉ. सुरेश कुमार ने लिखा है कि आउटसोर्स पर तैनात कर्मचारियों ने उनसे मिलकर कम वेतन मिलने की समस्या बताई थी। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में सेवा प्रदाता के माध्यम से लगभग 4500 कर्मचारी विभिन्न विभागों में कार्यरत हैं, जो कि कई वर्ष पूर्व निर्धारित किए गए मानदेय पर कार्य कर रहे है, जिससे उनको अपने परिवार का भरण पोषण करने में अत्याधिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।