लखनऊ : (मानवीय सोच) एक बड़ी निजी लैब में डेंगू पॉजिटिव पाए गए 10 मरीजों में से पांच की सरकारी लैब में जांच में रिपोर्ट निगेटिव आई। इससे निजी लैब की रिपोर्ट पर सवाल खड़े हो रहे हैं। स्वास्थ्य महकमे के अफसरों का कहना है कि अन्य निजी लैब की डेंगू पॉजिटिव रिपोर्ट के मामलों में भी सरकारी लैब से जांच कराई जाएगी, ताकि स्थिति साफ हो सके।
बताया जा रहा है कि निजी बड़ी पैथ लैब में हुई जांच में डेंगू के सर्वाधिक पॉजिटिव मामले सामने आए थे। इन मामलों की रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग के पोर्टल पर जब अपडेट हुई, तो विभाग को शक हुआ। पोर्टल पर रिपोर्ट अपडेट होने के अगले दिन स्वास्थ्य विभाग ने संबंधित निजी लैब की जांच में पॉजिटिव पाए गए 10 मरीजों के सैंपल जुटाए।
दो लैब की जांच में रिपोर्ट में अंतर आने का मामला कोई नया नहीं है। पर, पॉजिटिव पाए गए 10 मरीजों के नमूनों की सरकारी लैब में हुई जांच में पांच का निगेटिव पाया जाना चौंकाता है। खासकर तब, जबकि दोनों जगह एलाइजा टेस्ट हुआ हो। दावे किए जाते हैं कि एलाइजा जांच की रिपोर्ट 90-98 प्रतिशत तक सटीक होती है। इसको लेकर हमने विशेषज्ञों से बात की।