नई दिल्ली (मानवीय सोच): कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र में कहा है कि वह पार्टी की प्राथमिक सदस्यता तथा सभी पदों से इस्तीफा दे रहे हैं। उन्होंने देश की जनता तथा पार्टी की सेवा करने का अवसर देने के लिए कांग्रेस का आभार जताया। सिंह कई दिनों से कांग्रेसी गतिविधियों में सक्रियता नहीं दिखा रहे थे और तभी से अनुमान लगाया जा रहा था कि वह पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो सकते हैं।
कांग्रेस ने कल ही स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी की थी। इस लिस्ट में आरपीएन सिंह का नाम 15वें नंबर पर था। खबर है कि बीजेपी उन्हें पडरौना से पार्टी मैदान में उतार सकती है। पडरौना से स्वामी प्रसाद मौर्या चुनाव लड़ते हैं। स्वामी प्रसाद योगी सरकार में मंत्री थे और बीते दिनों तमाम तरह के आरोप लगाकर वो सपा में चले गए थे। अगर आरपीएन सिंह को बीजेपी पडरौना से उम्मीदवार बनाती है, तो कांग्रेस को झटका लगने के साथ ही स्वामी प्रसाद के लिए भी दिक्कत हो सकती है।
आरपीएन सिंह पूर्वांचल के बड़े नेताओं में गिने जाते हैं। वो कुशीनगर के सैंथवार के शाही खानदान के हैं। कांग्रेस से उनका पुराना नाता है। अपने पिता सीपीएन सिंह की ही तरह वो भी पडरौना से विधायक रहे। साल 1996 से 2009 तक यूपी के विधायक रहने के बाद आरपीएन सिंह 15वीं लोकसभा में बतौर सांसद चुने गए थे। 16वीं लोकसभा के चुनाव में बीजेपी के राजेश पांडेय से आरपीएन हार गए। वो केंद्र की यूपीए सरकार में गृह राज्य मंत्री भी रह चुके हैं।